Hindi Dictionary Made by Aurangzeb: औरंगज़ेब मुग़ल साम्राज़्य का छठवां सम्राट था, जिसने भारत पर क़रीब 49 सालों तक राज किया. औरंगज़ेब (Mughal Emperor Aurangzeb) के शासन काल के दौरान मुग़ल साम्राज़्य अपने शिखर पर था. अपनी नीतियों और लड़ाइयों को बल पर उसने अपने साम्राज्य का विस्तार किया. वहीं, भारतीय इतिहास में औरंगज़ेब को एक क्रूर और एक कट्टर इस्लामी शासक के रूप में दिखाया गया है, लेकिन इतिहासकारों की मानें, तो औरंगज़ेब का इतिहास काफ़ी जटिल है, क्योंकि उससे जुड़ी कई बातें चौंकाने का काम करती है.
उनमें से एक ये है कि उसने एक हिन्दी शब्दकोश का निर्माण करवाया था. अब सवाल ये उठता है कि एक कट्टर इस्लामी शासक को ऐसा करने की क्या ज़रूरत पढ़ गई, जबकि उसके अतंर्गत काम करने वालों की भरमार थी.
इस लेख में हम यही जानेंगे कि आख़िर क्यों और किससे द्वारा मुग़ल सम्राट औरंगज़ेब ने हिन्दी डिक्शनरी (Hindi Dictionary Made by Aurangzeb) का निर्माण करवाया. साथ ही उस हिन्दी डिक्शनरी के बारे में हम जानेंगे.
‘तोहफ़तुल-हिन्द’
मुग़ल बादशाह औरंगज़ेब ने जिस हिन्दी शब्दकोश का निर्माण करवाया था उसका नाम था ‘तोहफ़तुल-हिन्द’. भारतीय इतिहासकार ओम प्रकाश प्रसाद की किताब ‘औरंगज़ेब – एक नई दृष्टि’ में ‘तोहफ़तुल-हिन्द’ (Tohfatul-Hind) नाम की हिन्दी शब्दकोश का ज़िक्र है, जिसे इस तरह बनवाया गया था कि फ़ारसी जानने वाला कोई भी व्यक्ति इस डिक्शनरी के ज़रिये हिन्दी सीख सके.
हिन्दी के साथ-साथ ब्रजभाषा के शब्द
Hindi Dictionary Made by Aurangzeb: मुग़ल बादशाह औरंगज़ेब के आदेश पर मिर्ज़ा ख़ान बिन फ़ख़रूद्दीन मुहम्मद ने ‘तोहफ़तुल-हिन्द’ का निर्माण वर्ष 1674 में किया था. इस शब्दकोश में हिन्दी और ब्रजभाषा के शब्द लिखे थे. इन शब्दों के बाद उसका उच्चारण और फ़ारसी में उनका मतलब लिखा था. जैसे ‘चंपा’ शब्द के बाद उसका सही उच्चारण और फ़ारसी में अर्थ कुछ इस तरह बताया गया था
“मशहूर ज़र्द (पीले) रंग का फूल जिसमें हल्की सफे़दी होती है. जिसे हिंदुस्तान के शायर माशूक़ की ख़ूबसूरती को बयान करने के लिए करते हैं और उसकी कली से महबूबा की तुलना करते हैं.”
उसी तरह चिंता शब्द के बाद उसका उच्चारण और फ़ारसी में इसका अर्थ लिखा है फ़िक्र या अंदेशा.
बता दें कि मुग़ल काल के दौरान फ़ारसी ज़बान का इस्तेमाल ज़्यादा होता था और इसके जानकार भी बहुत थे. वहीं, मुग़ल साम्राज्य की ऑफ़िशियल भाषा भी फ़ारसी ही थी.
क्यों बनवाई थी औरंगज़ेब ने हिन्दी डिक्शनरी
चलिये अब आपको बताते हैं कि आख़िर क्यों मुग़ल बादशाह औरंगज़ेब ने हिन्दी शब्दकोश Tohfatul-Hind का निर्माण करवाया था. दरअसल, वो तीसरे बेटे आज़म शाह की तालीम में हिन्दी को रखना चाहते थे यानी वो बेटे को स्थानीय भाषा का ज्ञान भी देना चाहते थे. इसलिए औरंगज़ेब ने फ़ारसी-हिन्दी शब्दकोश को बनाने का आदेश दिया था.
‘तोहफ़तुल-हिन्द’ की कई प्रतिलिपियां कई लाइब्रेरियों में मौजूद हैं. बिहार की ‘ख़ुदाबख़्श खाँ ओरियंटल लाइब्रेरी’ में भी एक प्रतिलिपी मौजूद है.
वहीं, जेएनयू के प्रोफ़ेसर रह चुके मैनेजर पांडेय की किताब ‘मुग़ल बादशाहों की हिंदी कविता’ में औरंगज़ेब के बेटे आज़म शाह की हिन्दी कविताओं का भी ज़िक्र है, जिसमें भगवान शिव और देवी गौरी की पूजा दरिद्रता हटाने का लिए की जाए, ऐसा ज़िक्र है.
आजम शाह की कविताओं पर कई इतिहासकारों का मानना है कि उन्हें भाषा की अच्छी समझ थी.