सैकड़ों सालों से लोगों को हंसा रहे हैं ‘जोकर’, जानिए कैसे और कब हुई थी इनकी शुरुआत

Abhay Sinha

अपने पे हंस कर जग को हंसाया 

बन के तमाशा मेले में आया
कहता है जोकर सारा ज़माना 
आधी हक़ीकत आधा फ़साना 

1970 में आई राजकपूर की फ़िल्म ‘मेरा नाम जोकर’ के गाने की ये लाइनें एक जोकर की ज़िंदगी की हक़ीक़त बयां करती हैं. वो जोकर जो तरह-तरह के चेहरे बनाकर आपको गुदुगुदाता है. उसकी ख़ुद की ज़िंदगी में कितनी भी मायूसी हो, मगर आपके चेहरे पर वो मुस्कान बिखेर देता है. 

जोकर किसी भी सर्कस का सबसे मुख्य आकर्षण होते हैं. मगर कभी आपने सोचा है कि दुनियाभर को हंसाने वाले इन जोकरों की आख़िर कब और कैसे शुरुआत हुई? 

thefactsite

ये भी पढ़ें: भारतीय सर्कस की ये 20 पुरानी फ़ोटोज़ सिर्फ़ तस्वीरें नहीं, बचपन की यादों का पिटारा हैं

4 हज़ार साल से भी पुराना है जोकरों का इतिहास

ये चौंकाने वाला है, मगर सच है. जोकरों का अस्तित्व का सबसे पहला सुबूत 2,200 ईसा पूर्व मिस्र के इतिहास में देखने को मिलता है. आगे की सभ्यताओं में भी जोकरों की पहचान बनी रही. मध्यकाल में शाही दरबारों में भी जोकर मनोरंजन करते थे. 

historyofcircus

ग्रीस और रोम में भी ये जोकर लोगों का हंसाने का काम करते थे. हालांकि, उस वक़्त तक जोकरों की वेशभूषा अलग-अलग हुआ करती थी. प्राचीन ग्रीस के जोकर गंजे थे और बड़े दिखने के लिए गद्देदार कपड़े पहनते थे. वहीं, प्राचीन रोमन जोकर नुकीली टोपियां पहना करते थे. समय के साथ-साथ जोकरों के लुक्स में थोड़े-बहुत बदलाव होते गए.

आधुनिक जोकरों के पीछे थे Joseph Grimaldi 

मॉडर्न जोकर साल 1801 में ब्रिटिश एक्टर Joseph Grimaldi की देन था. वो अपने चेहरे और गर्दन को सफ़ेद मेकअप से कवर करते थे. मुंह पर पेंट से एक मुस्कान खींचते थे. भौहें काली करते थे. साथ ही, गालों पर लाल रंग के धब्बे भी बना देते थे. उनके कपड़े भी रंग-बिरंगे होते थे. 

bbc

Joseph Grimaldi लोगों को हंसाने में माहिर थे. वो जब अपनी अतरंगी वेशभूषा के साथ लोगों के सामने आते थे, तो बस उन्हें देखकर ही हंसी छूट जाती थी. हालांकि, ये ताज्जुब की बात है कि असल ज़िंदगी में ख़ुद Joseph अवसाद के शिकार थे. दरअसल, उनका बचपन अच्छा नहीं गुज़रा था. पिता तानाशाह किस्म के शख़्स थे. Joseph की पत्नी बच्चे को जन्म देने के दौरान मर गई थीं. वहीं, उनका एक बेटा था, जो नशे की लत के चलते महज़ 31 साल की उम्र में मर गया था. 

जब जोकरोंं से डरने लगे लोग

19 वीं सदी दुनियाभर में जोकर काफ़ी लोकप्रिय हो गया था. इस दौरान सर्कस में भी जोकर दिखाई देने लगे. मगर उस दौरान कुछ ऐसी भी घटनाएं हुईं, जिनके चलते मसखरे जोकरों को देखकर लोग ख़ौफ़ खाने लगे. दरअसल, फ़्रांस में Jean-Gaspard Deburau लोगों के पसंदीदा जोकर थे. मगर 1836 में उन पर एक बच्चे का क़त्ल करने का आरोप लगा. वजह थी कि उस बच्चे ने उन्हें चिढ़ाया था. हालांकि, इस मामले में वो बरी हो गए थे.

britannica

ऐसे ही अमेरिका में 70 के दशक में John Wayne Gacy को 30 से भी ज्यादा लोगों की हत्या के आरोप में गिरफ़्तार किया गया. वो ‘पोगो’ जोकर के नाम से मशहूर था. बता दें, उस पर शारीरिक शोषण का भी इल्ज़ाम लगा. इन मामलों में उसका अपराध भी साबित हो गया था. लोग आज भी उसे ‘Killer Clown’ के नाम ये जानते हैं. 

कुछ जोकरों की ख़राब छवि के कारण दूसरे जोकरों को भी नुक़सान झेलना पड़ा. लोग उनसे डरने लगे. हालांकि, समय के साथ-साथ चीज़ें बदलीं. मगर इस बार मसखरे जोकरों की छवि बेवकूफ़ शख़्स की बन गई. वो शख़्स जो बेवकूफ़ी भरी हरकतें कर लोगों को हंसाते हैं. टीवी प्रोग्राम में भी जोकर दिखने लगे. ‘बोजो’ नाम के जोकर और उसके साथियों लोगों को बहुत गुदगुदाया. ख़ासकर बच्चों में वो काफ़ी लोकप्रिय थे. 

britannica

आज भी जोकर सर्कसों, मेलों और पार्टियों में लोगों को हंसाने का काम करते हैं. मगर मनोरंजन के दूसरों साधनोंं केृ आने से उनकी कमाई पर बहुत असर पड़ा है. उनके मेकअप से ख़ुशनुमा नज़र आने वाले चेहरों के पीछे जीवन की मुश्किलों का दर्द छिपा हुआ है. मगर फिर भी, वो हमें हंसा रहे हैं.

आपको ये भी पसंद आएगा
मुगल सम्राट जहांगीर ने बनवाया था दुनिया का सबसे बड़ा सोने का सिक्का, जानें कितना वजन था और अब कहां हैं
जब नहीं थीं बर्फ़ की मशीनें, उस ज़माने में ड्रिंक्स में कैसे Ice Cubes मिलाते थे राजा-महाराजा?
Old Photos Of Palestine & Israel: 12 तस्वीरों में देखें 90 साल पहले कैसा था इज़रायल और फ़िलिस्तीन
जानिए आज़ादी की लड़ाई में गांधी जी का सहारा बनने वाली ‘लाठी’ उन्हें किसने दी थी और अब वो कहां है
भारत का वो ‘बैंक’ जिसमें थे देश के कई क्रांतिकारियों के अकाउंट, लाला लाजपत राय थे पहले ग्राहक
आज़ादी से पहले के ये 7 आइकॉनिक भारतीय ब्रांड, जो आज भी देश में ‘नंबर वन’ बने हुए हैं