इन 11 पुरानी और दुर्लभ तस्वीरों में देखें, कैसी थी 60 साल पहले ‘ढाका’ के लोगों की ज़िंदगी

Abhay Sinha

बांग्लादेश (Bangladesh) की राजधानी ढाका (Dhaka), इतिहास (History) के कई पन्नोंं पर अपने क़िस्से-कहानियां समेटे है. मुगल काल में इसे जहांगीर नगर के नाम से जानते थे. उस वक़्त ये अविभाजित बंगाल की राजधानी था. 19वीं सदी में अंग्रेज़ी हुकूमत के अधीन आया और जल्द ही कलकत्ता के बाद ढाका बंगाल का दूसरा सबसे बड़ा नगर बन गया. भारत-पाक विभाजन के बाद ढाका भारत से अलग हुआ और पूर्वी पाकिस्तान की राजधानी बन गया. 1971 में पाक से टूटकर बांग्लादेश अलग मुल्क़ बना तो अगले ही साल ढाका नए देश की राजधानी के तौर पर पहचाना गया. 

आज हम कुछ पुरानी तस्वीरें (Old Photos) लेकर आए हैं, जिसमें आपको 70 के दशक में इस राजधानी शहर के लोगों की ज़िंदगी देखने को मिलेगी. ये सभी तस्वीरें एक ब्रिटिश फ़ोटोग्राफ़र Roger Gwynn द्वारा खींची गई हैं.

1. तोपखाना रोड, प्रेस क्लब एरिया (1965)

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2. विक्टोरिया पार्क क्षेत्र, सदरघाट (1967)

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3. न्यू मार्केट क्षेत्र में ठेलों पर सामान ढोने वाले कुली (1965)

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4. मीरपुर रोड, न्यू मार्केट का स्ट्रीट सीन (1965)

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5. हरदेव ग्लास फैक्ट्री, डेमरा रोड (1965)

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6. बायोस्कोप शो का आनंद लेते बच्चे (1960)

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7. धानमंडी रोड नंबर 2 का स्ट्रीट सीन (1965)

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8. पानी भरकर ले जाता शख़्स (1965)

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9. मॉर्निंग स्ट्रीट मार्केट में ताज़े पानी की मछलियों की ख़रीद-फ़रोख़्त (1960)

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10. चाय की दुक़ान में अख़बार पढ़ता एक शख़्स (1965)

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11. कुरान का पाठ करती बच्चियां (1960)

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पहले की तस्वीरों में एक अलग ही सादगी नज़र आती थी और शायद यही बात उन्हें इतना ख़ास बना देती है. 

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