Interesting Facts About Republic Day : भारत 26 जनवरी को अपना 72वां गणतंत्र दिवस मनाने जा रहा है. इसके लिए ज़ोरो-शोरों से तैयारियां भी की जा रही हैं. 26 जनवरी की तारीख़ भारतीयों के लिए महत्वपूर्ण मानी जाती है, क्योंकि 1950 की इसी तारीख़ को भारत का लिखित संविधान लागू किया गया था, जिसके ज़रिए भारत को एक लोकतांत्रिक और गणतंत्र देश घोषित किया गया था. इस ख़ास दिन की ख़ुशी मनाने के लिए प्रतिवर्ष भारत 26 जनवरी को अपना गणतंत्र दिवस मनाता है.
आइये, इस लेख में जानते हैं कहां आयोजित की गई थी 26 जनवरी की पहली परेड और साथ में जानिए भारत के गणतंत्र दिवस से जुड़ी और भी कई दिलचस्प बातें (Interesting Facts About Republic Day).
1. 26 जनवरी की पहली परेड
अगर किसी से पूछा जाए कि 26 जनवरी की पहली परेड (Interesting Facts About Republic Day) कहां आयोजित की गई थी, तो ज़्यादातर जवाब राजपथ ही आएगा. लेकिन, बता दें कि भारत की पहली 26 जनवरी की परेड (1950) राजपथ पर नहीं बल्कि इर्विन स्टेडियम (वर्तमान का नेशनल स्टेडियम) में आयोजित की गई थी. वहीं, 1950-54 तक इर्विन स्टेडियम के अलावा, किंग्सवे कैंप, लाल किला और रामलीला मैदान में आयोजित की गई थी.
2. राजपथ पर परेड
राजपथ पर स्थायी रूप से 26 जनवरी की परेड 1955 में आयोजित की गई थी. तब से 26 जनवरी की परेड यहीं आयोजित की जा रही है.
3. स्वतंत्रता दिवस की अनौपचारिक तारीख़
कांग्रेस के लाहौर अधिवेशन (31 दिसम्बर 1929) में पहली बार भारतीय तिरंगे को फहराया गया था और साथ ही 26 जनवरी के दिन ही पूर्ण स्वराज दिवस मनाने का निर्णय भी लिया गया था. इसके अलावा, आज़ादी मिलने तक 26 जनवरी के दिन ही अनौपचारिक रूप से भारत का स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता था.
4. लोकतांत्रिक गणराज्य की घोषणा
26 जनवरी 1950 के दिन सुबह 10:18 बजे भारत के पहले गवर्नर जनरल चक्रवर्ती राजगोपालाचारी ने भारत को संप्रभु लोकतांत्रिक देश घोषित किया था.
5. डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद को राष्ट्रपति पद की शपत
Interesting Facts About Republic Day : लोकतांत्रिक देश घोषित करने के 6 मिनट बाद डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद को भारत के पहले राष्ट्रपति के रूप में शपत ग्रहण करवाई गई थी. इसके बाद इसी दिन 10:30 बजे पहले राष्ट्रपति बने डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद को तोपों की सलामी दी गई थी. तोपों की सलामी की ये परंपरा आज भी जारी है.
6. पहली 26 जनवरी की परेड में शामिल हुए थे 15 हज़ार लोग
जैसा कि हमने ऊपर बताया कि 26 जनवरी की पहली परेड राजपथ पर न होकर इर्विन स्टेडियम में आयोजित की गई थी. इस आयोजन में क़रीब 15 हज़ार लोग शामिल हुए थे. यहीं देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने तिरंगा फहराया था और सेना की सलामी ली थी.
7. आयोजन के मुख्य अतिथि
देश के पहले गणतंत्र दिवस के आयोजन में मुख्य अतिथि के रूप में तत्कालीन इंडोनेशिया के राष्ट्रपति सुकर्णो को आमंत्रित किया गया था.
8. राष्ट्रीय अवकाश
Interesting Facts About Republic Day : 26 जनवरी के दिन राष्ट्रीय अवकाश की घोषण पहले गणतंत्र दिवस के दिन ही की गई थी.
9. दिए गए थे परमवीर चक्र
सैनिक समाचार नामक एक पुरानी पत्रिका के अनुसार, 1951 में मनाए गए गणतंत्र दिवस में पहली बार चार वीरोंं को परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया था.
10. लोक नृत्य
वहीं, आगे चलकर गणतंत्र दिवस समारोह में बहुत-सी चीज़ें शामिल की गईं, जिनमें लोक नृत्य व आतिशबाजी भी थी. इन दोनों को 1953 में शामिल किया गया था. इसी साल त्रिपुरा, अरुणाचल और असम के आदिवासी नागरिकों ने गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम में हिस्सा लिया था.
11. विशेष अतिथि पाकिस्तानी गवर्नर जनरल
26 जनवरी 1955 में मनाए गए गणतंत्र दिवस पर विशेष अतिथि के तौर पर पूर्व पाकिस्तानी गवर्नर जनरल मलिक गुलाम मोहम्मद को आमंत्रित किया गया था.
12. आयोजन की ज़िम्मेदारी
गणतंत्र दिवस के आयोजन की ज़िम्मेदारी रक्षा मंत्रालय के हाथों होती है. वहीं, क़रीब 70 अन्य विभाग व संगठन इस काम में रक्षा मंत्रालय की मदद करते हैं.
13. ख़ास गीत
1952 के गणतंत्र दिवस में पहली बार परेड में “Abide with Me” गीत बजाया गया था, क्योंकि ये गीत महात्मा गांधी का पसंदीदा गीत था. तभी से प्रतिवर्ष गणतंत्र दिवस में ये गीत बजाया जाता है.
14. पहली बार फूल बरसाए गए थे
क्या आपको पता है 1959 के गणतंत्र दिवस में पहली बार वायु सेना के हेलीकॉप्टरों ने फूल बरसाए थे.
15. टिकटों की बिक्री
1962 में पहली बार 26 जनवरी की परेड और बीटिंग रिट्रीट को देखने के लिए टिकटों की बिक्री की गई थी.