आपने वो कहावत तो सुनी ही होगी कि ‘हर इंसान के दो चेहरे होते हैं एक अच्छा तो दूसरा बुरा’. असल में इंसान के दो चेहरे तो नहीं होते, लेकिन उसकी फितरत अक्सर बदलती रहती है, जिस वजह से वो एक वक़्त अच्छा तो दूसरे ही पल बुरा इंसान बन जाता है. कभी कभी कुछ लोग ग़ुस्से में भी कह देते हैं कि ‘क्यों दिखा दिया न अपना असली चेहरा! आप अक्सर बात-बात में इंसान के दो चेहरों के बारे में सुनते रहते होंगे. इस दौरान एक चेहरा असली, जबकि दूसरा चेहरा सिर्फ़ दिखावे के लिए होता है.
ये भी पढ़ें: Myrtle Corbin: वो महिला जिसकी 2 नहीं, बल्कि 4 टांगे थीं, जिसके पैदा होने का रहस्य है बेहद रोचक
बात जब दो चेहरे वाले मुहावरे की ही हो रही है तो आज हम आपको एक ऐसे शख़्स के बारे में बताने जा रहे हैं जिसके सचमुच में दो चेहरे थे. इस शख़्स के एक ही सिर पर दो चेहरे थे आगे और पीछे. कहने में ये बात थोड़ी अजीब सी लग रही है, लेकिन ये सच है.
आइए जानते हैंं इस शख़्स के बारे में कुछ हैरान कर देने वाली बातें…
एड्वर्ड मॉर्ड्रेक (Edward Mordake) का जन्म 19वीं शताब्दी में इंग्लैंड हुआ था. एड्वर्ड अपने दो जुड़े हुए चेहरों के लिए जाने जाते थे. मतलब ये कि उनके सिर के दोनों तरफ़ चेहरे थे. हैरान करने वाली बात ये थी कि उनके इस फेस में दो मुंह, दो नाक दो कान और 4 आंखें थीं. एडवर्ड का दूसरा चेहरा लिमिटेड काम ही कर पाता था. वो अपने पिछले चेहरे से देख तो सकते थे, लेकिन कुछ खा-पी नहीं पाते थे और न ही बोल पाते थे.
एड्वर्ड मॉर्ड्रेक (Edward Mordake) का पिछला हिस्सा आंखोंं से देख सकता था. जबकि मुंह से बोल नहीं सकता था. मगर जब आगे वाला चेहरा रोता या हंसता था तो दूसरा चेहरा भी वही करने लगता था. एड्वर्ड जब भी सोने की कोशिश करता तो दूसरा चेहरा उन्हें जागने के लिए कान में कुछ न कुछ फुसफुसाने लगता था. इस वजह से वो सही से सो भी नहीं पाते थे.
एड्वर्ड मॉर्ड्रेक (Edward Mordake)
एड्वर्ड मॉर्ड्रेक (Edward Mordake) को लोग ‘एविल ट्विन’ भी कहते थे. इसका मतलब होता है जिसके पास दो सिर हैं. एड्वर्ड की इस बीमारी को लेकर उनकी फ़ैमिली ने उन्हें कई डॉक्टरों के पास भी लेकर गयी, लेकिन काफ़ी मेहनत करने के बावजूद डॉक्टर उनकी इस परेशानी को हल नहीं कर पाये. हालांकि, एड्वर्ड इस दुनिया में अकेले ऐसे शख़्स नहीं थे. अब तक ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं, जो विज्ञान के लिए भी चुनौती से कम नहीं हैं.
एड्वर्ड मॉर्ड्रेक (Edward Mordake) स्वभाव से काफ़ी मिलनसार थे. बावजूद इसके लोग उन्हें पंसद नहीं करते थे. ख़ासकर बच्चे उन्हें देख कर ड़र जाते थे और कुछ लोग उन्हें चिढ़ाते भी थे. एड्वर्ड मॉर्ड्रेक ने अपनी इस परेशानी से तंग आकर महज 23 साल की उम्र में आत्महत्या कर ली. उस दौर में उनकी आत्महत्या की ख़बर पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बनी थी.
एड्वर्ड मॉर्ड्रेक (Edward Mordake) के दोनों चेहरे एक ही सिर जुड़े होने के बावजूद उनका दिमाग एक ही था और सोचने समझने की शक्ति भी एक ही थी. 18वीं सदी में इस तरह के अनोखे मामले को देखकर डॉक्टर हैरान रह गये थे. हालांकि, कुछ लोगों का ये भी मानना है कि एड्वर्ड मॉर्ड्रेक की कहानी रियल नहीं है. इसे एक कैरेक्टर के तौर पर बनाया गया था.
ये भी पढ़ें- अविश्वसनीय: 8 फ़ीट 11 इंच का था दुनिया का सबसे लम्बा आदमी… कैसा दिखता था? खुद ही देख लो