The Houses Of Famous Indian freedom fighters In London: जिस दौर में भारत को ब्रिटिश हुकूमत से आज़ाद कराने की कोशिशें चल रही थीं, उस वक़्त बहुत से भारतीय नेता लंदन में भी मौजूद थे. कुछ पढ़ने के लिए गए तो कुछ काम के लिए. इनमें महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, विनायक दामोदर सावरकर, भीमराव अंबेडकर से लेकर रवींद्रनाथ टैगोर जैसे बड़े नाम शामिल हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि हमारे ये महान नेता लंदन के जिन घरों में रहते थे, वो कैसे दिखते हैं?
दरअसल, लंदन ग्रेटर कौंसिल ने कई उन घरों को चिन्हित करके अपनी इंग्लिश विरासत सूची में शामिल किया था. इसके लिए इन खास घरों पर नीले रंग की गोल प्लेट लगाई गई, जिसमें लिखा है कि अमुक हस्ती इन सालों के दौरान इस घर में रहती थी.
ऐसे में हमने सोचा कि लंदन में हमारे ये नेता जिन घरों में रहते थे, वो घर कैसे थे और अब किस हाल में है, क्यों ना एक नज़र आपको भी दिखाया जाए.
1. राजा राम मोहन राय
राजा राम मोहन राय एक सुधारवादी नेता थे. उन्हें बंगाल पुनर्जागरण का जनक कहा जाता है. मुगल सम्राट अकबर शाह द्वितीय ने इंग्लैंड के राजा के पास उन्हें अपना राजदूत बनाकर भेजा था. 1831 में वो लंदन के ब्लूम्सबरी में रहते थे. आज भी उनका घर काफी शानदार लगता है.
2. मोहनदास करमचन्द गांधी
महात्मा गांधी 18 साल की उम्र में गुजरात से लंदन पहुंचे. अपनी पढ़ाई के दौरान वो लंदन में नंबर 20 बैरन कोर्ट रोड पर रहते थे. ये घर अब भी उनकी याद दिलाता है.
3. विनायक दामोदर सावरकर
सावरकर लंदन में हाईगेट में 65 क्रॉमवेल एवेन्यू के घर में रहते थे. इसे 1905 से 1910 तक ‘इंडिया हाउस’ कहा जाता था. कानून की पढ़ाई के दौरान वो 1906 से 1909 तक इसी इंडिया हाउस में रहते थे.
4. भीमराव रामजी अंबेडकर
बाबा साहेब अंबेडकर लंदन के चॉक फार्म पड़ोस में किंग हेनरी रोड पर नंबर 10 पर स्थित मकान में रहते थे. अंबेडकर 1921 से 1922 तक यहीं पर रह कर पढ़ाई की. इस घर को बाद में महाराष्ट्र सरकार ने खरीद लिया और 2015 में इसे स्मारक में बदल दिया गया.
5. जवाहर लाल नेहरू
1910 और 1912 में नेहरू इनर टेम्पल में वकालत पढ़ रहे थे. तब वो लंदन के नॉटिंग हिल, केंसिंग्टन में 60 एल्गिन क्रिसेंट के एक अपार्टमेंट में रहते थे. 1911 में हाइड पार्क के पास 38 ग्लूसेस्टर टेरेस में भी कुछ समय के लिए रहे.
6. रवीन्द्रनाथ टैगोर
रवीन्द्रनाथ टैगोर 1912 में अपने कविता संग्रह गीतांजलि के अंग्रेजी अनुवाद पर काम करते समय वेले ऑफ़ हेल्थ, हैम्पस्टेड में एक घर में रुके थे. लंदन में रहते हुए टैगोर ने उस समय के साहित्यिक दिग्गजों से मुलाकात की. जिनमें सर विलियम रोथेंस्टीन, एवलिन अंडरहिल और डब्ल्यूबी येट्स शामिल थे. 1913 में टैगोर को गीतांजलि पर साहित्य का नोबल पुरस्कार भी मिला.
7. सरदार वल्लभभाई पटेल
सरदार पटेल लंदन के लाडब्रोक ग्रोव में रहे. वो 36 साल की उम्र में मिडिल टेम्पल में कानून की पढ़ाई करने के लिए लंदन गए थे. साल 1912 से 1914 तक उन्होंने इसी घर में रह कर पढ़ाई की.
8. बाल गंगाधर तिलक
बाल गंगाधर तिलक 1918 से 1919 तक पैडिंगटन में 10 हॉले प्लेस में रहे. वहां पर रह कर उन्होंने द टाइम्स के विदेशी संपादक सर वैलेंटाइन चिरोल के विरुद्ध मानहानि का मुकदमा लड़ा, जिसने उनके खिलाफ़ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी.
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