Warriors Who Defeated Mughal Emperors: Mughal Empire को इतिहास के सबसे बड़े साम्राज्यों में से एक माना जाता है, जिसने क़रीब 200 वर्षों तक भारत पर राज किया. यही वजह है कि भारत के इतिहास की कहानी मुग़लों के बिना अधूरी है. भारत में मुग़ल काल की शुरुआत 1526 से शुरू होती है, जब बाबर ने 21 अप्रैल 1526 में पानीपत की लड़ाई में इब्राहिम लोदी को हराकर दिल्ली में मुग़ल साम्राज्य की नींव रखी.
वहीं, कहते हैं कि भारत पर 49 सालों तक राज करने वाले मुग़ल सम्राट औरंगज़ेब के शासनकाल में साम्राज़्य इतना फैला कि लगभग पूरा उप महाद्वीप मुग़लों के नियंत्रण में आ गया था. हालांकि, समय के साथ मुग़लों ने कई लड़ाइयां हारी भी. इस लेख में हम आपको उन योद्धाओं के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्होंने मुग़लों (Warriors Who Defeated Mughal Emperors) को विभिन्न लड़ाइयों में बुरी तरह हराया.
मुग़लों को हराने वाली वीर योद्धा – Warriors Who Defeated Mughal Emperors in Hindi
1. छत्रसाल बुंदेला
छत्रसाल बुंदेला बुंदेला राजपूत वंश के राजा और भारत के महान योद्धा थे. छत्रसाल बंदेला ने मुग़लों से लड़ाई लड़ी और बुंदेलखंड में अपना साम्राज्य स्थापित किया. कहते हैं कि जब वो 22 साल के तब उन्होंने अपनी सेना के साथ मुग़लों से लड़ाई लड़ी थी. औरंगज़ेब ने कई बार उन पर हमला किया, लेकिन उसे बार-बार हार का सामना करना पड़ा. उन्होंने 1720 के दशक में मुग़लों से स्वतंत्रता की घोषणा की और 1728 में मुहम्मद ख़ान बंगश द्वारा हमला किए जाने तक मुग़लों का विरोध किया.
2. बंदा सिंह बहादुर
Warriors Who Defeated Mughal Emperors in Hindi: बंदा सिंह बहादुर एक सिख योद्धा और खालसा सेना के सेनापति थे. उन्हें गुरु द्वारा आशीर्वाद के रूप में पांच तीर दिए गए थे. उन्होंने 1709 में समाना की लड़ाई में मुग़लों को हराया और शहर पर नियंत्रण हासिल किया. वहीं, उन्होंने सोनीपत की लड़ाई (1709) और सधौरा की लड़ाई (1710) में भी मुग़लों को पराजित किया. वहीं, बाद में उन्हें मुग़लों ने पकड़ लिया था और बहुत यातना के बाद 1716 में उनकी हत्या की थी.
3. पेशवा बाजीराव
पेशवा बाजी राव को बाजीराव बल्लाल के नाम से भी जाना जाता था और वे मराठा साम्राज्य के सातवें पेशवा थे. पेशवा के रूप में उन्होंने कई लड़ाइयों (दिल्ली की लड़ाई और भोपाल की लड़ाई) में मुग़लों और उनके जागीरदार निजाम-उल-मुल्क को हराया.
4. सम्भाजी
Warriors Who Defeated Mughal Emperors in Hindi: शिवाजी महाराज के सबसे बड़े पुत्र, संभाजी भोसले मराठा साम्राज्य के दूसरे छत्रपति थे. एक राजकुमार के रूप में उन्होंने 1672 में महाराष्ट्र के पालघर ज़िले में विक्रमगढ़ के पास हुए विक्रमगढ़ की लड़ाई में मुग़ल सेना को हराया था. वहीं, एक शासक के रूप में उन्होंने कोंकण (1684) के आक्रमण के दौरान मुग़ल सेना को खदेड़ दिया था.
5. अब्बास प्रथम
अब्बास प्रथम, जिन्हें अब्बास द ग्रेट के रूप में जाना जाता है. अब्बास ईरान का पांचवा राजा था और इन्हें ईरान के सबसे शक्तिशाली शासकों में गिना जाता है. कहते हैं कि वो बहुत ही मुश्किल समय में गद्दी पर बैठे और ईरान पर शासन किया. 1595 में उन्होंने अफ़गानिस्तान में कंधार के महत्वपूर्ण किले शहर को मुग़लों के हाथों खो दिया था. वहीं, 1621 में उसने अपनी सेना को इकट्ठा किया और कंधार की ओर कूच कर गया. मुग़ल बादशाह जहांगीर प्रतिक्रिया करने में धीमा था. वहां पहुंचकर अब्बास ने किले की घेराबंदी कर दी और क़रीब 45 दिनों की घेराबंदी के बाद शहर गिरा दिया गया.
6. गुरु गोबिंद सिंह
Warriors Who Defeated Mughal Emperors in Hindi : गुरु गोविंद सिंह सिखों के दसवें गुरु थे. उनके पिता गुरु तेग बहादुर को मुग़ल सम्राट औरंगजेब ने मार डाला था और जब वे सिर्फ़ नौ साल के थे तब वे सिखों के नेता बन गए थे. 1699 में उन्होंने खालसा पंथ की स्थापना की. गुरु गोविंद सिंह कई बार मुग़लों से भिड़े और कई बार उन्हें पराजित (आनंदपुर की लड़ाई और निर्मोही गढ़ की लड़ाई) भी किया.
7. नादिर शाह
Warriors Who Defeated Mughal Emperors in Hindi : ईरान के अफ़शरीद वंश के संस्थापक और ईरानी इतिहास के सबसे शक्तिशाली शासकों में से नादिरशाह ने 1739 को करनाल की विशाल लड़ाई में तीन घंटे से भी कम समय में अपने भारत आक्रमण के दौरान मुग़ल सेना को कुचल दिया था.
8. लाचित बोड़फुकन
लाचित बोड़फुकन ‘अहोम साम्राज्य (असम)’ का सेनापति था. उन्हें सरायघाट की लड़ाई में उनके नेतृत्व के लिए याद किया जाता है, जिसने राज्य पर कब्जा करने के मुग़ल सेना के एक प्रयास को विफल कर दिया था.
9. छत्रपति शिवाजी महाराज
छत्रपति शिवाजी महाराज ने भी मुग़लों को कई बार हराया. विशेष रूप से 3 फरवरी 1661 को हुई अम्बरखिंड की लड़ाई में, सूरत की लड़ाई, जिसे सूरत की बोरी (5 जनवरी, 1664) और सिंहगढ़ की लड़ाई के रूप में भी जाना जाता है.
10. शेर शाह सूरी
शेर शाह ने भारत में सुर साम्राज्य की स्थापना की और जिनकी राजधानी बिहार के सासाराम में थी. शेह शाह ने बाबर के बेटे और मुगल सिंहासन के उत्तराधिकारी हुमायूं को दो युद्धों में हराया था. पहला 26 जून 1539 में चौसा की लड़ाई में और फिर 17 मई 1540 को कन्नौज की लड़ाई में. कहते हैं कि हुमायूं अपनी जान बचाने के लिए अपने भाई के साथ युद्ध के मैदान से भाग गया था.