न्यूज़पेपर की हेडलाइन उसमें छपी ख़बरों की रीढ़ होती है. उसके कमज़ोर होने से ख़बर बैठ जाती है. हेडलाइन के कुछ तय नियम होते हैं लेकिन अगर आप उसे लिखने की कला जानते हैं, तो सभी नियमों को तोड़ सकते हैं.
अब इन 13 ख़बरों की हेडलाइन को ध्यान से देखिए, इन्होंने ज़रूरत के हिसाब से नियम तोड़ें, अपने हिसाब से क्रिएटिवटी को मथा और कमाल लिख दिया.
1. जब बिना किसी दबाव के महेंद्र सिंह धोनी ने टेस्ट क्रिकेट से सन्यास ले लिया था.
2.हालांकि, इस हैडलाइन में शब्दों के इस्तेमाल से लोगों को आपत्ति हुई थी.
3. जब नरेंद्र मोदी ने तीसरी बार गुजरात चुनाव जीत लिया था.
4. फ़ॉर्मुला वन रेस के ‘लैप’ शब्द के साथ खेलने की कोशिश है.
5.
हाल के सोशल मीडिया मीम के आधार पर ये हेडलाइन बनाई गई, अख़बारों में ऐसा कम ही होता है.
6. न्यूयॉर्क में दिए भाषण से भारतीय प्रधानमंत्री छा गए थे
7. नरेंद्र मोदी की जीत को कुछ इस तरह कवर किया गया.
8. ये हेडलाइन एक ख़ास जनता के लिए लिखी गई है.
9. जब दवा ही दर्द बन जाए.
10. बच्चों को दोनों में ही फ़ायदा नज़र आ रहा होगा.
11. दिल्ली के कोर्ट में क़ानूनी लड़ाई लड़ने वालों ने क़ानून को पैरों तले रौंद दिया था.
12. या मुर्दा.
ज़िंदा
13. 2G स्कैम कांग्रेस सरकार गिरने की एक बड़ी वजह थी.
अंग्रेज़ी वाली पसंद आई तो कमेंट बॉक्स में ज़रूर बताइएगा, अगली बार हिन्दी के अख़बार पर मेहनत की जाएगी.