भारत और चीन के बीच सीमा पर बढ़ते तनाव के चलते चीनी मोबाइल कंपनी VIVO इस साल IPL को स्पॉन्सर नहीं करेगी.
जिसके बाद , योग गुरु बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि इस साल के टाइटल स्पॉन्सर की रेस में सबसे आगे मानी जा रही है.
News18 की रिपोर्ट के मुताबिक़, पतंजलि के प्रवक्ता एस के तिजारावाला ने PTI को बताया,
यह वोकल फ़ॉर लोकल के लिए है और एक भारतीय ब्रांड को वैश्विक बनाने के लिए यह सही मंच है. हम इस दृष्टिकोण से विचार कर रहे हैं.
ख़ैर, अभी पतंजलि की तरफ से कोई अंतिम फ़ैसला नहीं आया है मगर ये सुनते ही मीमबाज़ों के बाज़ार में ख़लबली ज़रुर मच गई है. देखिए, क्या कहता है उनका मार्केट.