‘हाथी के दांत खाने के और दिखाने के और’… ये कथन हाथी के लिए जितना सत्य है, उतना ही एक आम भारतीय के लिए भी. हम करते कुछ और हैं कहते कुछ और हैं. जो करना सही होता है, उसे बिल्कुल नहीं करते और जो समझ के परे है, पता नहीं वो क्यों करते हैं.
कुल बात इतनी है कि हम भारतीयों की कुछ ऐसी बातें हैं, जो समझ और लॉजिक के हिसाब से सही नही हैं. अगर इस तौर-तरीके को एक शब्द दिया जाए, तो अंग्रेज़ी में उसे ‘हिपॉक्रेसी’ कह सकते हैं.