एक बार धरती के सारे रहस्य सुलझ जाएंगे, बरमूडा ट्रायंगल के बारे में सबको पता चल जायेगा मगर नींद और अलार्म का रहस्य नहीं सुलझ पायेगा. इंसान के अंदर कहां से मोटिवेशन आता कि वो तय करता है कि अगली सुबह जल्दी उठेगा और क्यों फ़िर भी एक अलार्म पर नहीं उठ पाता.
आप भी उनमें से हैं ना जो लाख कोशिश के बावजूद भी पहले अलार्म में नहीं पाते, जिन्हें जगने के लिए थोड़ी-थोड़ी देर के बाद कई अलार्म लगाने पड़ते हैं. आप रोज़ सोचते हैं कि कल से ऐसा नहीं करेंगे और समय उठेंगे मगर आप रोज़ वही पैटर्न दोहराते हैं, तो टेंशन की बात नहीं है, आप अकेले नहीं हैं.
IFS प्रवीण अंगुसामी ने हाल ही ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने लिखा, “मैं 5 अलार्म लगाकर रखता हूं क्योंकि मैं खुद को 28 साल से जानता हूं और मुझे अपनी नींद पर बिलकुल भी भरोसा नहीं है. पहले 4 अलार्म बॉस के लेक्चर से बचने के लिए हैं और 5वां अलार्म नौकरी से निकाले जाने से बचने के लिए. और आप?”
19 अगस्त को किये इस ट्वीट का लोगों ने तेज़ी से जवाब देना शुरू किया. कई लोगों ने अपने लगाए अलार्म की फ़ोटो ट्वीट की. कई लोगों ने बताया कि उन्हें नींद से उठने के लिए अलार्म की ज़रुरत नहीं पड़ती.
किसी ने ये भी कहा:
जिन्होंने बताया कि उन्हें जगने के लिए अलार्म ज़रुरत नहीं पड़ती यार बताओ ज़रा ये सुपरपॉवर कैसे मिली तुम्हें.