Yashasvi Jaiswal Fees In IPL: इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में इस साल युवा क्रिकेटरों का बोलबाला है. ये टूर्नामेंट अपने लीग मैचों के आख़िरी दौर में पहुंच चुका है. इसी के साथ टॉप 4 की जंग भी तेज़ हो गई है. इस साल कई युवा क्रिकेटर अपने शानदार प्रदर्शन से अपनी-अपनी टीमों को सेमीफ़ाइनल में पहुंचाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं. तिलक वर्मा, सुयश शर्मा, रिंकू सिंह, तुषार देशपांडे, जितेश शर्मा, माथीशा पथिराना और यशस्वी जायसवाल समेत कई युवा प्लेयर्स हैं, जिन्होंने अपने शानदार प्रदर्शन से कई बड़े रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं.
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इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के इन युवा खिलाडियों में सबसे आगे राजस्थान रॉयल्स के धाकड़ बल्लेबाज़ यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) हैं. 21 साल के यशस्वी जायसवाल ने ‘कोलकाता नाइट राइडर्स’ के ख़िलाफ़ खेले गये एक मुक़ाबले में इतिहास रच दिया है. यशस्वी ने सिर्फ़ 13 गेंदों पर 50 रन ठोककर आईपीएल इतिहास की सबसे तेज़ फ़िफ्टी बना डाली. इस दौरान यशस्वी ने 47 गेंदों का सामना करते हुए नाबाद 98 रनों की पारी खेलकर अपनी टीम को शानदार जीत दिलाई.
यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) इस सीज़न ताबड़तोड़ बल्लेबाज़ी कर रहे हैं. वो दुनिया के हर बड़े गेंदबाज़ की कुटाई कर चुके हैं. इस सीज़न अब तक 12 मैचों में 52.27 की शानदार औसत से 575 रन बना चुके हैं. टॉप 10 की लिस्ट में वो दूसरे स्थान पर हैं. यशस्वी अब तक IPL में कुल 35 मैच खेल चुके हैं, जिनमें वो 1122 रन बना चुके हैं.
बेहद प्रेरणादायक है यशस्वी की कहानी
यशस्वी जायसवाल की सफ़लता की कहानी बेहद प्रेरणादायक है. कभी मुंबई की सड़कों पर गोलगप्पे बेचने वाला बच्चा आज क्रिकेट की दुनिया पर राज कर रहा है. क्रिकेट के प्रति जूनून ने उन्हें मुंबई के आज़ाद मैदान के बाहर टैंट में रहने को मजबूर किया. इस दौरान कई दिन तो ऐसे भी होते थे जब उन्हें भूखे ही सोना पड़ता था. भूख मिटाने के लिए गोलगप्पे तक बेचने पड़े, लेकिन हार नहीं मानी. इन सब कठिनाईयों के बावजूद वो क्रिकेट खेलते रहे.
कैसे और किसने बदली क़िस्मत
क़रीब 3 साल तक टेंट में रहने के बाद दिसंबर 2013 में कोच ज्वाला सिंह की नज़र जायसवाल पर पड़ी. वो उनकी क्रिकेट प्रतिभा देख हैरान रह गये. आज़ाद मैदान के सबसे बेहतरीन युवा क्रिकेटरों में से एक यशस्वी टेंट में रहने को मजबूर थे. इसके बाद सांताक्रूज़ में क्रिकेट अकादमी चलाने वाले ज्वाला सिंह उन्हें अपने घर ले गये और उनके क़ानूनी अभिभावक बन गये. बस यहीं से यशस्वी की फ़र्श से अर्श तक पहुंचने की कहानी शुरू हुई.
यशस्वी को साल 2015 में कोच ज्वाला सिंह की मदद से ‘जाइल्स शील्ड टूर्नामेंट’ में खेलने का मौक़ा मिला. इस दौरान उन्होंने एक मैच में 319 रनों की नाबाद खेली और 13 विकेट भी हासिल किये. ये आज भी स्कूल क्रिकेट में एक ऑल-राउंड रिकॉर्ड है, जो ‘लिम्का बुक ऑफ़ रिकॉर्ड्स’ में भी दर्ज़ है. इसी पारी की वजह से यशस्वी सुर्ख़ियों में आये. इसके बाद उन्हें पहले ‘मुंबई अंडर-16 टीम’ में, फिर ‘अंडर-19 एशिया कप 2018 टीम‘ में चुन लिया गया. एशिया कप सबसे ज़्यादा 318 रन बनाकर वो ‘प्लेयर ऑफ़ द टूर्नामेंट’ बने थे.
अंडर-19 वर्ल्ड कप’ में टॉप स्कोरर
यशस्वी जायसवाल को इसके बाद ‘भारत की अंडर-19 टीम’ चुन लिया गया. साल 2020 के ‘अंडर-19 वर्ल्ड कप’ में यशस्वी सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले क्रिकेटर थे. सेमीफ़ाइनल में पाकिस्तान के ख़िलाफ़ शतक लगाकर उन्होंने टीम को फ़ाइनल में पहुंचाया था. हालांकि, भारत फ़ाइनल में बांग्लादेश से हार गया था. इसके बाद यशस्वी ने साल 2018-19 में फ़र्स्ट क्लास क्रिकेट में मुंबई के लिए डेब्यू किया. इस दौरान वो List A cricket में सबसे कम उम्र में डबल सेंचुरी बनाने वाले भारतीय क्रिकेटर बने.
IPL में डेब्यू और कितनी है फ़ीस
यशस्वी जायसवाल को घरेलु क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन के दम पर साल 2020 के आईपीएल नीलामी में ‘राजस्थान रॉयल्स’ ने 2.4 करोड़ रुपये में ख़रीद लिया था. आख़िरकार 22 अक्टूबर, 2020 को ‘चेन्नई सुपर किंग्स’ के ख़िलाफ़ उन्होंने अपना IPL डेब्यू किया. साल 2022 में ‘राजस्थान रॉयल्स’ ने 4 करोड़ रुपये में रिटेन कर लिया था. यशस्वी जायसवाल साल 2023 में भी 4 करोड़ रुपये की फ़ीस ही ले रहे हैं.
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