हार-जीत और अच्छे-बुरे दिन सबकी ज़िंदगी में आते हैं, कुछ लोग इससे डर जाते हैं और कुछ लोग उभर जाते हैं, जो उभरते हैं, वो लोग Optimist होते हैं. ऐसे लोग हर स्थिति को मुस्कुरा कर हैंडल करते हैं और दूसरों के लिए मिसाल बनते हैं. कभी-कभी किसी को देखकर ये ख़्याल आता है कि यार ये कैसे इतना ख़ुश रहता है? ऐसा इसलिए क्योंकि ऐसे लोगों का किसी भी स्थिति को देखने का नज़रिया सकारात्मक होता है.
आइए जानते हैं Optimist लोग मुसीबतों को भी ख़ुशियों में कैसे बदल देते हैं:
1. हार से भी सीखते हैं
जो लोग आशावादी होते हैं, वो हार से नहीं डरते, बल्कि ये सोचते हैं कि कहां ग़लती हुई? क्या कमी रह गई? मान लीजिए आपने कोई प्रोजेक्ट बनाया और वो रिजेक्ट हो गया, तो उससे निराश होने की बजाय उसे बेहतर करें.
2. Gratitude दिखाते हैं
ऐसे लोग जो मिला है उसके लिए आभार मानते हैं, जो नहीं मिला उसके लिए रोते नहीं है. हालांकि, ऐसा हर वक़्त कर पाना थोड़ा मुश्किल है, लेकिन आपको जो मिला है या जिससे आपको ख़ुशी मिलती है ध्यान उसकी तरफ़ लगाएं.
3. Bright side को देखते हैं
मुसीबतें आती हैं उनकी वजह से जीना छोड़ देना ग़लत बात है. क्योंकि कभी-कभी कुछ चीज़ें अच्छे के लिए होती हैं. इसलिए जो आशावादी लोग होते हैं वो अंधेरे में भी उजाला ढूंढते हैं न कि अंधेरे में खो जाते हैं.
4. पॉज़िटिव लोगों के बीच रहते हैं
आपकी संगत जैसी होगी आप भी वैसे होंगे. इसलिए आशावादी लोग अपने आस-पास ऐसे लोगों को ही रखते हैं, जो ज़िंदगी में कुछ करना चाहते हों, जिनका कोई लक्ष्य हो. इसलिए अगर आप भी चीज़ों को पॉज़िटिव तरीके से सॉल्व करना चाहते हैं, तो अपने सर्किल में पॉज़िटिव लोगों को जोड़ें.
5. बातों को भूलने पर विश्वास रखते हैं
आशावादी नकारात्मक भावनाओं को जाने देते हैं. ऐसा करने से तनाव और गुस्सा दूर रहता है. इसलिए जो बात तकलीफ़ दे उसे भूलकर आगे बढ़ने की कोशिश करें. क्योंकि किसी भी बात को ज़्यादा सोचने से बीमारियां ही हाथ लगती हैं. इसलिए उसका समाधान ढूंढना ज़्यादा बेहतर है.
6. खुद की Respect करते हैं
Optimist लोग ख़ुद से प्यार करते हैं और रिस्पेक्ट करते हैं. वो अपने अंदर की कमियों को भी पूरी सकारात्मकता के साथ अपनाते हैं.
7. वर्तमान में जीते हैं
ऐसे लोग वर्तमान में जीते हैं. न कि अपनी ग़लतियों के लेकर रोते रहते हैं. जो ग़लतिया हो गईं उन्हें भूलकर और सीखकर आगे बढ़ते हैं. और ऐसी ग़लतियां आगे न करने की योजना बनाते हैं.
8. ज़िंदगी के उतार-चढ़ाव से सीखते हैं
ज़िंदगी में कुछ भी 100% नहीं होता है. इस बात को स्वीकार करते हुए जीवन में आने वाले उतार-चढ़ाव से सामना करना चाहिए. ये हमेशा याद रखो अगर दुख आए हैं, तो ख़ुशियां भी आएंगी.
9. खुले विचारों के होते हैं
जो लोग संकुचित सोच रखते हैं वो किसी के भी बारे में फ़टाफ़ट राय बना लेते हैं, लेकिन आशावादी लोग खुले दिमाग़ के होते हैं और किसी के भी बारे में राय बनाने से पहले उसके बारे में सबकुछ जानने की कोशिश करते हैं.
10. वो हर टास्क को अच्छे से निभाते हैं
आपको जीवन में हर अवसर अच्छा ही मिले ज़रूरी नहीं है. कभी-कभी बॉस आपको ऐसा प्रोजेक्ट दे देते हैं जिस पर काम करना बोरिंग लगता है. मगर आशावादी लोग उस बोरिंग प्रोजेक्ट को भी अपनी समझ से इंट्रेस्टिंग बनाकर करते हैं और अपना बेस्ट देते हैं.
11. वे चीज़ों को सरहाते हैं
आशावादी लोग अपने पास रहने वाली चीज़ों को सराहते हैं उसकी तुलना दूसरों से नहीं करते. न ही दूसरों की चीज़ को देखकर दुखी होते है. मान लीजिए आपके दोस्त के पास कार है, लेकिन आपके पास नहीं है, तो उससे दुखी होने से अच्छा आप भी उतनी मेहनत और लगन से काम करें कि आप भी कार ले पाएं. एक आसावादी व्यक्ति यही करता है.
12. दूसरों को हौसला देते हैं
आशावादी होना ज़रूरी है और जो लोग आशावादी होते हैं वो दूसरों को भी हौसला जेते हैं. उन्हें कठिनाइयों में भी मुस्कुराना सिखाते हैं. एक आशावादी व्यक्ति रोज़ काम, स्कूल या यहां तक कि अपने व्यक्तिगत जीवन में दूसरों को सशक्त बनाता है.
13. अपना ध्यान रखते हैं
सेल्फ़-केयर ज़रूर करनी चाहिए. इसके लिए नींद लें, खाना खाएं और मेडिटेशन करें. आशावादी लोग अपनी लाइफ़स्टाइल को पॉज़िटिव बनाए रखने के लिए सेल्फ़ केयर करते हैं. इसलिए ख़ुद पर ध्यान दें, ख़ुद के लिए समय ज़रूर निकालें.
14. वो किसी काम को करने से डरते नहीं हैं
किसी भी मुश्किल काम को न करने के बहाने सबके पास होते हैं. मगर आशावादी लोग मुश्किल काम को भी करने से पीछे नहीं हटते. वो इस बात की शिकायत नहीं करते हैं कि ये काम बहुत कठिन है, बल्कि उसको करने का तरीका ढूंढते हैं.
15. वो ख़ुद को बेहतर बनाने में लगे रहते हैं
अपने अधिकारों और शौक़ के बारे में सोचने का समय निकालने से आपके मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है, आपकी रचनात्मकता में सुधार होता है, तनाव कम होता है और आपके रिश्तों को मज़बूत बनाने में मदद मिलती है. संतुष्टि, ख़ुशी देती है और इससे व्यक्ति आशावादी बनता है. जब आप खुश होंगे तो आपका मूड बेहतर होगा और आप अन्य कामों से निपटने के लिए अधिक प्रेरित होंगे.
तो अब परेशानियों का डरकर नहीं, बल्कि डटकर सामना करिएगा. इसी तरह के और आर्टिकल पढ़ने के लिए क्लिक करें.