अगर आप 90s के प्रोडक्ट हैं, तो आज की दुनिया की कई चीज़ें देखकर आपके भी दिल से निकलता होगा,
‘इससे अच्छा तो हमारा बचपन था.’
अगर आप 90s के प्रोडक्ट हैं, तो आज की दुनिया की कई चीज़ें देखकर आपके भी दिल से निकलता होगा, ‘इससे अच्छा तो हमारा बचपन था.’ चाहे वो भरी दोपहरी में मैदान में खेलना-कूदना हो, या फिर चवन्नी-अठन्नी की टॉफ़ी खाना हो. बचपन के वो दिन सबसे ख़ास थे. वक़्त को कोई नहीं रोक सकता और वक़्त के साथ ही खाने-पीने की चीज़ें हों या हमारे शौक़ सभी बदल गए.
बड़े से काले से लैंडलाइन फ़ोन की जगह स्लिम और एक्सट्रा स्मार्ट फ़ोन ने ले ली है और बड़ी सी टीवी पर एंटिना की जगह वेब सीरीज़ और हज़ारों चैनल्स ने. इतने बदलावों के बाद भी दिल मानने को राज़ी ही नहीं होता कि हम यानी 90s के बच्चे बड़े हो गए हैं.
और इसका सुबूत हैं ये चंद बातें:
1. शक्तिमान अब टीवी पर नहीं, YouTube पर आता है.
2. Complan के विज्ञापन में शाहिद कपूर नहीं आते.
3. धारा वाला बच्चा काफ़ी बड़ा हो गया है.
4. Kisme Bar की पैकिंग बदल गई है.
5. Milo अब हर दुकान पर नहीं मिलता.
6. Colgate टूथपेस्ट अब एल्युमिनियम ट्यूब में नहीं आता
7. Keo Karpin की शीशी नहीं, अब बोतल आती है.
8. Bensia Pencil का पहले जैसा Craze नहीं रहा.
9. ख़ुशबूदार Eraser से अब कोई बच्चा ख़ुश नहीं होता.
10. Boomer में अब Tattoo नहीं आते.
11. Sundrop के विज्ञापन में पूरियों पर कूदने वाला बच्चा नहीं आता.
12. दफ़्ती वाले लूडो की जगह मोबाईल वाला लूडो ले रहा है.
13. अब ये Cardboard बोरिंग हो गए हैं.
14. मोटे वाले रिबन अब बालों में नहीं लगाते
15. अब एंटिना/चैनल बदलने वाला बटन नहीं घुमाते
16. SMS से WhatsApp और Facebook पर चले गए
17. हाजमोला के पैकेट में अब 6 गोलियां ही आती हैं
18. गुरू चेला नहीं मिलता
19. 15 अगस्त को लड्डू नहीं छुट्टी मिलती है
20. Annual Function जैसा कुछ नहीं होता
21. पार्टीज़ में रसना या रूअफज़ा नहीं होता
22. अब बुधवार को सफ़ेद यूनिफ़ॉर्म नहीं होती
23. पॉकेट मनी में अगर 2 रुपए मिले तो पहले वाली ख़ुशी नहीं होती
24. Birthday को लेकर पहले वाली Excitement नहीं रही
ऐसी कुछ यादें आपके भी दिल के कोने में छिपी हैं, तो कमेंट बॉक्स में ज़ाहिर कर दें.