दिल्ली में हो और बंगाल की दुर्गा पूजा और पंडाल Miss कर रहे हो, तो ये 5 पंडाल हर कमी पूरी कर देंगे

Kundan Kumar

त्योहारों की शुरुआत हो चुकी है. गुलाबी ठंड भी शहर को धीरे-धीरे अपने आगोश में ले रही है और इस ठंड के साथ-साथ हवा में पकवानों की ख़ुश्बू भी घुल चुकी है.

nelive

ये समय दुर्गा पूजा का है, जिसे बंगाल में ‘पूजो’ कहा जाता है. यानी वो त्योहार जिसमें पूजा के साथ घूमना, खाना और पंडाल घूमना भी शामिल होता है. पंडालों में जा कर विशुद्ध बंगाली कल्चर देखने की फ़ील ही अलग होती है.

अगर आप दिल्ली में हैं, तो इन पंडालों की दुर्गा पूजा और यहां का खाना बिलकुल भी Miss मत करना:

1. कश्मीरी गेट

ddpskgate

यहां की पूजा एतिहासिक है. 1910 से यहां पंडाल बनाया जा रहा है और पूजा का आयोजन करने वाली समिति सभी रीती रिवाजों का पालन करती है. यहां तक कि मूर्ती विसर्जन भी बैलगाड़ी पर होता है. यहां दोस्तों और परिवार के साथ जाना बढ़िया रहेगा.

2. CR Park (काली बाड़ी)

dailypioneer

साउथ दिल्ली में बसा छोटा सा बंगाल में दुर्गा पूजा में अलग सा निखर जाता है. यहां हर कोने में पंडाल बने हुए होते हैं. आप काली बाड़ी मंदिर में होने वाले ‘धुनुची नाच’ में भी भाग ले सकते हैं. इसके आलावा आप यहां अलग-अलग व्यंजनों का भी लुत्फ़ उठा सकते हैं. आलु पोश्तो, माछर झोल का बेस्ट Version Try करने का इससे अच्छा मौका नहीं मिलेगा।

3. Safdarjung Enclave

timesofindia

साउथ दिल्ली में दुर्गा पूजो का एक और गढ़ है सफ़दरजंग. यहां हर साल मात्री मंदिर समिति पूजा का आयोजन करती है. इस साल उनके पंडाल की थीम उन महिलाओं पर केंद्रित है जो महिला सशक्तिकरण की मशाल हैं. आपको इस साल वहां मैरी कॉम, दीपा कर्मकार, लता मंगेशकर आदी के पोर्ट्रेट देखने को मिलेंगे.

4. मयूर विहार फ़ेज़ 1

zeenews

अगर आप दिल्ली के पूर्वी इलाके में रहते हैं और पास में कहीं दुर्गा पूजा का हिस्सा बनना चाहते हैं तो मयूर विहार आपके इंतज़ार में है. यहां की पूजा काफ़ी अलग होती है, साथ ही पूरे रीति-रिवाज़ों का ख़्याल रखा जाता है. मयूर विहार की आरती भी देखने काफ़ी लोग आते हैं.

5. आराम बाग

flickr

यहां दिल्ली की सबसे ख़र्चीली दुर्गा पूजा मनाई जाती है. हर साल पूजा पर करोड़ों ख़र्च किए जाते हैं. जब आप यहां जाएंगे तो देखेंगे कि पंडाल को ख़ास तरीके से सोने के मंडप जैसा सजाया जाता है, जो देखने में बौद्ध मठ जैसा लगता है. दिल्ली में आराम बाग की इस पूजा ने ख़ूब लोकप्रियता हासिल कर ली है.

नवरात्र की छुट्टियों को घर बैठे बरबाद मत कीजिए. ये मौका साल में एक बार ही आता है.

आपको ये भी पसंद आएगा
बेवफ़ा समोसे वाला: प्यार में धोखा मिला तो खोल ली दुकान, धोखा खाये लवर्स को देता है डिस्काउंट
जानिये दिल्ली, नई दिल्ली और दिल्ली-NCR में क्या अंतर है, अधिकतर लोगों को ये नहीं मालूम होगा
जानिए भारत की ये 8 प्रमुख ख़ुफ़िया और सुरक्षा जांच एजेंसियां क्या काम और कैसे काम करती हैं
मिलिए गनौरी पासवान से, जिन्होंने छेनी व हथोड़े से 1500 फ़ीट ऊंचे पहाड़ को काटकर बना दीं 400 सीढ़ियां
ये IPS ऑफ़िसर बेड़िया जनजाति का शोषण देख ना पाए, देखिए अब कैसे संवार रहे हैं उन लोगों का जीवन
अजय बंगा से लेकर इंदिरा नूई तक, CEO भाई बहनों की वो जोड़ी जो IIM और IIT से पास-आउट हैं