बचपन की यादों का पिटारा खोल के बैठे हैं… ये 65 तस्वीरें उस दौर की याद दिला देंगी

Sanchita Pathak

यादें मिठाई के डिब्बे की तरह होती हैं. एक बार खुला तो सिर्फ़ एक टुकड़ा नहीं खा पाओगे…

‘ये जवानी है दीवानी’ का ये डायलॉग कितना सच्चा है. बालकनी में चाय का कप लेकर जब कभी सूनेपन में यादें गिनने लगो, तो लगता है कितनी दूर चले आए हैं हम… कितने बड़े हो गए हैं हम… कितने बदल गए हैं हम.

बचपन की कुछ यादें यूं ही उड़ते हुए होठों पर हल्की सी मुस्कुराहट छोड़ जाती है. बचपन की यादों से सजी ये श्रृंखला भी आपको यादों के गलियारे में ले जाएंगी.

1. कोई पूछता क्या चाहिए, हम कहते Amul Chocolate.

2. अरे! बाटा के जूते पहनकर ही तो स्कूल जाते थे.

3. पापा को चाहिए थे अच्छे नंबर और हमें ये.

4. शुक्र है इन्हें हफ़्ते में एक ही बार पहनना पड़ता था.

5. संडे को मम्मी-पापा के साथ क्या तो मैच चलते थे.

6. ट्रेन सफ़र का साथी.

7. इसे भूल तो नहीं गए?

8. बड़े लड़कों के रहते ये आसानी से हाथ नहीं आती थी.

9. इसे देखकर उस वक़्त चिढ़ नहीं होती थी.

10. न जाने कितनी दफ़ा चुराया होगा इसे.

11. दोस्ती की शुरुआत इसके Exchange से होती थी.

12. दोस्तों में किसी को भी हीरो बना देता था ये.

13. पहली Wrist Watch.

14. स्याही वाली कलम से लिखने का अपना मज़ा था.

15. इस बंदे जैसे अक्लमंद हमें भी बनना था.

16. Secretly Wish करते कि ये बर्थ डे पर गिफ़्ट के तौर पर मिल जाए.

17. इसे मिस करना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन था.

18. बजाना कम ही लोगों को आता था, स्टाइल सब मारते थे.

19. ये कॉम्प्लैन के साथ फ़्री मिलती थी.

20. वो जलेबी वाला बच्चा याद ही होगा.

21. मैगज़ीन/अख़बार में ये एड देखकर उड़ने का ख़्वाब देखा ही होगा.

22. इसे जितनी ही दफ़ा पढ़ो नई सी लगती थी.

23. इसकी सौदेबाज़ी होती थी.

24. क्रूर सिंह का यकू…. गूंज गया न दिमाग़ में?

25. पापा-चाचा इसका इस्तेमाल करते और भाई लोग चुराकर लगाते.

26. पेंसिल चबाना बुरी आदत है, टीचर कहती, पर सुनता कौन था?

27. Mango Frooti, Fresh n Juicy.

28. ये अब नहीं चलते.

29. दूर के अंकल के पास ये थी और हम उनके आने का इंतज़ार करते थे.

30. उस वक़्त हैंडसमनेस के अलग पैमाने थे.

31. इसकी सवारी करने का ख़्वाब भी देखते थे.

32. इसे तो पहचान ही लिया होगा.

33. धुन याद आई?

34. इसे तो आज भी इस्तेमाल करते हैं.

35. लाख दुखों की एक दवा थी ये.

36. पापा से कितना बोलकर इसे ख़रीदवाया था.

37. इसे ठीक किया है?

38. काफ़ी बड़े तक तो पापा ही जूते चमकाते थे.

39. दादा-दादी और नाना-नानी को फ़ोन से पहले ये बाते पहुंचाता था.

40. This is Love!

41. इसमें मज़े थे, फ़ोन वाले में फ़ील नहीं है.

42. सभी लड़कों की पहली Crush!

43. कुछ बच्चे इसने भी जमा करते थे.

44. सबकी कॉपियां और किताबें ऐसी ही तो होती थीं.

45. गाने लगे न?

46. हर बच्चे ने ये माला धारण की है.

47. ये गाना तो हम आज भी गाते हैं, फिर चाहे कोई कुछ भी सोचे.

48. बचपन में यही था कुंडली मिलाना.

49. शायद ही कोई एपिसोड मिस किया हो.

50. Melody कितनी Nostalgic है.

51. टीचर की याद आ गई न?

52. मम्मी के पास ये चीज़ें मिलती थीं.

53. जो इसे हाथ पर नचा लेता था वो हीरो कहलाता था.

54. जिल्द चढ़ाने का सबसे ख़ूबसूरत हिस्सा इसे लगाना और अच्छी लिखावट में नाम लिखना.

55. उस वक़्त इनका उपयोग समझ नहीं आता था.

56. बचपन में पापा की कॉपी करते हुए शेव भी करने की कोशिश की थी.

57. ये तो आज भी उतनी ही हसीन लगती है.

58. इनके पीछे तो सभी पगला गए थे.

59. अपना पहला कैमरा, बिना फ़िल्टर वाला.

60. पहला क्रिकेट बैट तो यही था, परीक्षा में इसका यूज़ होता कहां था?

इस सूची को आप भी आगे बढ़ा सकते हैं. बस कमेंट बॉक्स में वो यादें लिख दीजिए या तस्वीरें डाल दीजिए.

Source- Mani Karthik

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