इंसान का शरीर कभी न बंद होने वाली मशीन है. जिस तरह मशीन को ठीक तरीक़े से काम करने के लिए रिपेयरिंग की ज़रूरत होती है, उसी तरह हमारे शरीर को भी नियमित देखभाल की ज़रूरत होती है. हां ये अलग बात है लोग ख़ुद के साथ ज़्यादती करते हैं फिर बीमार पड़ जाते हैं.
अगर आपको बीमारी से बचना है तो अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहना चाहिए. हम बताते हैं कुछ ऐसे संकेत जिन्हें नज़रंदाज़ कर आप बीमार पड़ सकते हैं.
1. अनिद्रा, चिड़चिड़ापन और पैर की ऐंठन
अगर अनिद्रा, चिड़चिड़ापन और पैर की ऐंठन जैसी परेशानियों से गुज़र रहे हों तो Magnesium और Potassium युक्त खाद्य पदार्थ खाना शुरू कर दें. उपचार के लिए टमाटर, संतरा, केला और पालक का नियमित रूप से सेवन करना चाहिए.
2. सूखी त्वचा
सूखी त्वचा का कारण शरीर में Vitamin E की कमी का होना है. इसमें हरी सब्ज़ियां, मशरूम, तेल, नारियल और मछली खाना फ़ायदेमंद रहता है.
3. स्वीट फ़ोबिया
अगर आपको अचानक से तनाव, अवसाद, थकान या मिठाई खाने का मन करने लगे तो समझ जाइए आपके शरीर में शुगर की कमी है. इसे सुधारने के लिए आप संतुलित मात्रा में शहद और चॉकलेट ले सकते हैं.
4. चावल खाने की इच्छा
अगर आपको चवाल पसंद आने लगे और रोटी से परहेज़ होने लगे, तो आपको Anemia की जांच करा लेनी चाहिए और तत्काल डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए. खान-पान में मांस, अंडा और मछली का सेवन फ़ायदेमंद रहेगा.
5. मसूड़ों से खून का आना
अगर ब्रश करते वक़्त आपके मसूड़ों से खून निकलने लगे, तो समझ लेना चाहिए कि शरीर में Vitamin C की कमी है. इसे सुधारने के लिए आपको खट्टे फल, पालक, हरी और लाल मिर्च, शिमला मिर्च, टमाटर, गोभी और फूलगोभी खाना शुरू कर देना चाहिये.
6. कमज़ोर नाखून और बाल
Vitamin B युक्त उत्पादों का सेवन करना चाहिए. दूध, नारियल और मशरूम इसमें लाभदायक साबित होते हैं.
7. पुतलियों के पास घेरे का बनना
पचास वर्ष की उम्र से अधिक के लोगों में ऐसा होना सामान्य है लेकिन कम उम्र में ऐसा हो, तो ये ख़तरे का संकेत है. रोगी के शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर ज़्यादा हो सकता है. ऐसे में तत्काल डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए.
इन छोटी-छोटी बीमारियों को नज़रंदाज़ करना बीमारियों से रिश्ता जोड़ने जैसा है. इसलिए अगर आपके साथ भी कुछ ऐसा हो, तो उस पर तुरंत ध्यान दें. क्योंकि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का वास होता है. ऐसा हमारा नहीं स्वामी विवेकानंद का कहना है.