लॉकडाउन में उदास मन में मुस्कुराहट की लकीर खींच देंगी कलाकारों द्वारा पढ़ी ये कविताएं/ग़ज़ल

Sanchita Pathak

लॉकडाउन कब तक खिंचेगा कहना मुश्किल है. कोरोना का संकट अभी नियंत्रण में नहीं आया है. ऐसे हालात में घर की चारदीवारी में क़ैद ऊब जाना लाज़मी है.


आपकी ऊबियत ज़रा कम करने के लिए हम लाये हैं कुछ कविताओं के रिसाइटेशन-  

1. फ़ैज़ की ‘मुझसे पहली सी मोहब्बत पढ़तीं ज़ोहरा सहगल’ 

2. जन गण मन पढ़ रहे रवीन्द्रनाथ टैगोर 

3. उदय प्रकाश की ‘औरत’ को पढ़ते इरफ़ान ख़ान 

4. अमृता प्रीतम की ‘मैं तेनू फिर मिलांगी’ को पढ़ते गुलज़ार 

5. रामधारी सिंह ‘दिनकर’ की रश्मिरथी का एक हिस्सा पढ़ते मनोज वाजपाई 

6. पीयूष मिश्रा अपनी कविता ‘मेरी सारी प्रेमिकाओं के नाम’ पढ़ते हुए 

7. जॉन एलिया अपने शेर पढ़ते हुए 

https://www.youtube.com/watch?v=fFBZ2PO5di0

8. परवीन शाक़िर अपनी ग़ज़ल पढ़ते हुए 

https://www.youtube.com/watch?v=q3AjfZFoFec
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