आज जिस अलार्म से बहुत चिढ़ होती है. एक वक़्त था जब इसकी ज़रूरत ही नहीं पड़ती थी. सुबह-सुबह मम्मी की खटपट ही अलार्म होता था. इसके अलावा दूसरा अलार्म होता था हमारी स्कूल और कॉलेज वाली मस्ती. जिसकी याद आते ही फ़टाक से उठ जाते थे. अरे उस वक़त हम स्टूडेंट हुआ करते थे. आज ऑफ़िस जाते वो दिन बहुत याद आते हैं. जब एक बहाना स्कूल से छुट्टी के साथ-साथ हज़ारों की ख़ुशियां दे जाता था. आज ऑफ़िस के लिए तो बहाने बनाने दूर अब मन ही नहीं करता क्योंकि उस बहाने में अब वो बचपना नहीं मिलता.
आज World Students’ Day है, तो हमने कुछ स्टूडेंट से उनके बनाए बहाने के बारे में पूछा, कि उन्होंने सबसे भयानक बहाना कौन-सा बनाया था जब वो स्कूल में थे.
1. ‘मेरी एक दोस्त ने होमवर्क न बनाने की वजह स्कूल में ये बताई थी कि उसे पिछले दिन बवासीर हो गया था, मेरे दोस्त को बवासीर का मतलब भी नहीं पता था.’
2. वैसे ये बहाना थोड़ा फ़िल्मी ज़रूर है, लेकिन ऐसा पहली बार किसी से सुना, तो सोचा आप लोगों तक भी पहुंचा दूं. मेरे एक दोस्त से टीचर ने पूछा तुम कल स्कूल क्यों नहीं आए थे तो उसने बोल दिया कि मेरी मम्मी ने स्कूल जाने के लिए मना किया था. टीचर ने पूछा कि मम्मी ने क्यों मना किया तो वो बोला, ‘मैं अपनी मम्मी से सवाल नहीं करता, वो जो बोलती हैं वहीं करता हूं.’ टीचर को आगे पूछने की हिम्मत नहीं हुई. ख़ैर मैंने स्कूल बंक किया था.
3. ‘मैंने अपने अंडर आर्म्स में प्याज़ रख लेती थी और उससे बॉडी बहुत ज़्यादा गरम हो जाती थी और फिर मैं मम्मी को बोलती थी फ़ीवर है उठा नहीं जा रहा है और स्कूल जाने का टाइम जैसे ही ख़त्म होता था, प्याज़ हटा लेती थी.’
4. ‘ स्कूल न जाने के लिए मैंने अपने प्रिसिंपल की मम्मी को मार दिया था. दरअसल, मैं स्कूल तो चला गया मगर वहां से थोड़ी देर बाद वापस घर आ गया और मम्मी को बताया कि गार्ड कह रहा था कि प्रिंसिपल की मम्मी मर गई हैं, तो स्कूल बंद है. मगर मेरे पापा और मेरे प्रिंसिपल दोस्त थे तो उन्हें साम को सारी सच्चाई पता चल गई और मेरी ख़ूब कुटाई हुई.’
5. जब स्कूल जाना नहीं होता था तो कपड़ों में रात में सब्ज़ी या कुछ भी गिरा लिया करता था या पहले से ही तह की हुई स्कूल की ड्रेस को ख़राब कर देता था ताकि सुबह कोई रास्ता बचे ही ना.
6. ‘डायरिया दिखाने के लिए हर 10-15 मिनट में भाग-भाग के वॉशरूम जाना, लेकिन घर में कुछ न बताना ताकि घरवाले ख़ुद ही पूछें.’
7. ‘मेरी एक दोस्त ने स्कूल न आने का बहना बताया था कि उसे हड्डी का बुख़ार हो गया है और हड्डी का बुख़ार छूकर पता नहीं चलता है.’
8. ‘एक ने बताया, मैंने एकबार अपनी दादी को मारा फिर एकबार नानी और फिर से दादी को. फिर तीसरी बार में मेरे पापा को कॉलेज में बुलाया गया, तो टीचर को पता चला कि मेरी दादी 4 साल पहले मर चुकी हैं.’
9. ‘मैंने एकबार अपने स्कूल में बोला था कि मेरे दादा जी की मृत्यु हो गई थी, तो मुझे गंजा होना पड़ा इसलिए मैं स्कूल नहीं आ रहा था.’
पढ़ लो आगे के लिए बहानों को लिस्ट तैयार हो जाएगी. मगर लोगों से बात करके ये पता चल गया कि ‘पेट दर्द वाला बहाना’ तो हर बहाने का बाप है.
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