सोशल मीडिया पर अक़्सर लोगों के बीच में किसी ने किसी बात को लेकर बहस हो ही जाती है. न जान, न पहचान बस कोई टॉपिक मिल जाए.
चंद ही मिनटों में साधारण शब्दों से शुरू हुई बात-चीत गाली-गलौच तक पहुंच जाती है.
‘क्या तुम किसी रेप विक्टिम से शादी करोगे?’
इस सवाल पर ट्विटर यूज़र Hammad_MHI ने ये जवाब दिया
‘बलात्कार कोई विशेषण नहीं है. ये किसी इंसान की पहचान नहीं है, ये सिर्फ़ एक क्रिया है, ये सिर्फ़ हुआ है. अगर किसी का रेप होता है तो इस आधार पर उसको बयां नहीं किया जा सकता. मुझे बंदूक की नोक पर लूट लिया गया था तो मुझे ‘लूटा हुआ लड़का’ तो नहीं बुलाया जाता. वो बस एक लड़की है. एक आम लड़की कोई एलियन नहीं.’
Dawood ने अपना सवाल हटा लिया, बोले तो ट्वीट डिलीट कर दिया और वहीं Hammad के ट्वीट को अब तक 14 हज़ार से ज़्यादा Likes और 7 हज़ार से ज़्यादा Retweets मिल चुके हैं.
Hammad के ट्वीट पर लोगों की प्रतिक्रिया-
महिलाओं की ‘इज्ज़त’ लुट जाती है तो हमारा समाज ये कहता है कि उसकी ज़िन्दगी बर्बाद हो गई. जबकी इसमें इसकी कोई ग़लती नहीं होती. बलात्कार सर्वाइवर महिला उस सदमे से उबरना भी चाहे तो समाज उसे उबरने नहीं देता. वो चाहे भी तो समाज के ठेकेदार उसे आम ज़िन्दगी जीने नहीं देते.