Aarif and Sarus Friendship: इंसानों का जानवरों के प्रति दुर्व्यवहार के क़िस्से तो आपने बहुत सुने होंगे, लेकिन जानवरों और इंसानों की दोस्ती कम ही देखने को मिलती है. पिछले कुछ दिनों से यूपी के अमेठी में ‘इंसान और सारस’ पक्षी की दोस्ती की कहानी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है. अमेठी के रहने वाले मोहम्मद आरिफ़ गुर्जर और सारस की अनोखी दोस्ती दोस्ती दिल छू लेनी वाली है. इंसान और पक्षी की अटूट यारी देखकर हर कोई हैरान है. लेकिन अब इन दोनों की दोस्ती के बीच ‘अमेठी वन विभाग’ विलेन बनकर सामने आई है.
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सोशल मीडिया पर इन दिनों ‘आरिफ़ और सारस’ की कहानी काफ़ी वायरल हो रही है. आम जनता से लेकर मीडियाकर्मी और राजनेता हर कोई इनकी दोस्ती की मिसाल दे रहा है. पिछले कुछ दिनों में अखिलेश यादव समेत कई राजनेता ‘आरिफ़ और सारस’ से मिलने उनके घर भी गये थे. लेकिन ‘अमेठी वन विभाग’ को ‘आरिफ़ और सारस’ की ये दोस्ती पसंद नहीं आई. इसलिए उसने ‘सारस’ को ‘आरिफ़’ से 50 किलोमीटर दूर रायबरेली स्थित ‘समसपुर पक्षी विहार’ ले जाकर इंसान और पक्षी की ये अनोखी दोस्ती तोड़ दी.
आख़िर क्या है पूरा मामला?
दरअसल, सोशल मीडिया पर ‘आरिफ़ और सारस’ की कहानी वायरल होने के बाद ‘अमेठी वन विभाग’ की एक टीम 21 मार्च की सुबह अमेठी के मडंका गांव स्थित मोहम्मद आरिफ़ गुर्जर के घर पहुंची थी. इस दौरान ‘वन विभाग’ ने ‘सारस’ को राजकीय पक्षी होने का हवाला दिया और हुए उसे अपने साथ ले जाने की बात कही. ये सुनकर आरिफ़ और उसका परिवार बेहद दुखी हो गया. आख़िरकार ‘वन विभाग’ की टीम ‘सारस’ को अपने साथ ले गई, लेकिन 22 मार्च की शाम 4 बजे के बाद ‘सारस’ पक्षी विहार में दिखाई नहीं दिया. इसके बाद क्षेत्रीय वन अधिकारी रूपेश श्रीवास्तव ने जानकारी दी कि ‘सारस’ पक्षी विहार से लापता हो गया है और वन विभाग के कर्मचारी उसकी तलाश में जुटे हुये हैं.
पूरे मामले की वीडियोग्राफ़ी की गई
‘अमेठी वन विभाग’ और ‘समसपुर पक्षी विहार’ की टीम ने ‘सारस’ को पशु चिकित्सक, एसडीओ रामवीर मिश्र और क्षेत्रीय वनाधिकारी की टीम ने ‘पक्षी विहार’ में ले जाकर छोड़ दिया. डीएफ़ओ ने बताया, ‘सारस को सुरक्षात्मक उपाय के साथ उसके प्राकृतिक वास स्थल पर छोड़ दिया गया है’ और हमने इस पूरे मामले की वीडियोग्राफी भी कराई थी.
कैसे हुई आरिफ़ और सारस की दोस्ती?
बात अगस्त 2022 की है. मोहम्मद आरिफ़ गुर्जर को एक दिन खेत में एक ज़ख़्मी सारस मिला. पैर टूट जाने की वजह से ये परिंदे चल नहीं पा रहा था. ऐसे में आरिफ़ उसे अपने घर ये आया और उसका इलाज़ किया. लेकिन ठीक होने के बाद सारस जंगल जाने के बजाय आरिफ़ के साथ ही रहने लगा. आरिफ़ जब भी बाइक या स्कूटी से निकलता ‘सारस’ भी उसके पीछे उड़ने लगता. इस बीच इनकी दोस्ती इतनी गहरी हो गई कि वो एक दूसरे के बिना 1 सेकेंड भी नहीं रह पाते. आरिफ़ ही नहीं उनके परिवार के सभी लोग सारस को परिवार के सदस्य की तरह दुलार करते हैं.
मीडिया से बातचीत में मोहम्मद आरिफ़ ने बताया कि, ‘अगस्त 2022 को मैं घर से 500 मीटर दूरी पर खेत में काम करने गया हुआ था तब खेत में फसलों के बीच एक बड़े पक्षी को घायल स्थिति में पड़ा हुआ देखा था. मैं उसकी बड़ी चोंच और आकार को देखकर डर रहा था. जब मैं उसके पास गया तो उसकी दाहिनी टांग टूटी हुई थी और उससे खून बह रहा था. पैर पर किसी सियार या लोमड़ी जैसे जंगली जानवर के द्वारा काटे जाने के निशान थे. मैं उसे हिम्मत करके घर ले आया. मेरे पिता पहले उस बड़े पक्षी को देखकर नाराज़ हुए और दूर जंगल में छोड़कर आने को कहा. लेकिन मैंने उनसे उसके सही हो जाने तक रखने के लिए कहा और वो राजी हो गए. तब से वो हमारे साथ ही था.
सारस और आरिफ़ का आख़िरी वीडियो
मोहम्मद आरिफ़ ने YouTube पर अपने दोस्त ‘सारस’ के साथ आख़िरी वीडियो शेयर किया था. वीडियो पर आरिफ़ ने लिखा, ‘मेरा दोस्त तड़पता रहा, लेकिन दया नहीं आई, मेरे बिना वो रह नहीं पायेगा. वहां कैसे रहेगा’. वीडियो देख पत्थर दिल भी पसीज जाएगा. वीडियो में आरिफ़ अपने हाथों से सारस को खाना खिलाते, जग से पानी पिलाते नज़र आ रहे हैं. दोस्त से बिछड़ने का गम आरिफ़ के चेहरे पर साफ़ नज़र आ रहा है और बीच-बीच में रोने भी लगता है.
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