दुनिया के सबसे बड़े विमान का नाम है एयरलैंडर 10. 2016 में इसने अपनी पहली टेस्ट उड़ान भरी थी. अब ये विमान लोगों को सर्विस देने के लिए तैयार है. इसे बनाने वाली कंपनी Hybrid Air Vehicles (HAV) ने इसके लक्ज़री होने के दावा करते हुए एयरलैंडर 10 की कुछ ख़ासियत बताई हैं.
एयलैंडर 10 का इंटीरियर Q की शेप में होगा. ये अंदर से किसी फ़ाइव स्टार होटल की तरह दिखाई देगा. लोगों के सफ़र को आरामदायक बनाने के लिए इसमें बड़े बेडरूम के साथ ही काउच और बीन बैग्स भी रखे गए हैं.
कस्टमर्स के कैबिन में शीशे लगाए हैं, जिनसे वो 16000 फ़ीट की ऊंचाई पर बाहर के नज़ारे देख सकें. इसे बाहर के मौसम के अनुसार अनुकूलित भी किया जा सकता है. एयलैंडर 10 को हेलीकॉप्टर और विमान दोनों की मिक्स्ड टेक्नोलॉजी से बनाया गया है.
एयरलैंडर 10, 19 लोगों के साथ तीन दिनों तक बिना रुके उड़ान भर सकता है. इसमें उनके खाने-पीने का भी पूरा ख़्याल रखा जाएगा. ये हीलियम गैस से उड़ान भरता है और करीब 148 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड पकड़ सकता है.
HAV ने इसे एक इको-फ्रे़ंडली विमान के रुप में विकसित किया है. ये किसी क्रूज़ में सफ़र करने के जैसा होगा, बस आसमान में. एयरलैंडर 10 को उड़ान भरने या उतरने के लिए किसी रनवे की भी ज़रूरत नहीं.
पानी और बर्फ़ पर भी इसे आसानी से लैंड किया जा सकता है. कंपनी का कहना है कि इसे लंबी दूरी के लिए इस्तेमाल किया जाए, तो ये सस्ता भी होगा और पर्यावरण के लिए भी अच्छा होगा.
नवंबर 2017 से ये 7 सफल उड़ान भर चुका है. इसे बहुत जल्द पर्यटकों के लिए शुरू किया जाएगा. हालांकि इसका सफ़र कितना महंगा होगा, इसके बारे में अभी कंपनी ने कुछ नहीं कहा है लेकिन इसकी भव्यता और लग्ज़री सर्विस को देखते हुए इस बात का सहज ही अंदाज़ा हो जाता है कि ये सस्ता तो कतई नहीं होने वाला.