ख़ूबसूरत लोकेशन की चाह में स्विट्ज़रलैंड जाने की ज़रूरत नहीं, बस उत्तराखंड के कनातल हो आओ

J P Gupta

न जाने क्यों लोग ख़ूबसूरत लोकेशन्स की तलाश में विदेश भागते रहते हैं, जबकि अपने देश में भी एक से बढ़ कर एक ख़ूबसूरत लोकेशन और हिल स्टेशन्स मौजूद हैं. इन्हीं में से एक है मसूरी से कुछ ही दूर बसा गांव कनातल. हरा-भरा वातावरण, बर्फ़ से ढके पहाड़, नदियां, झरने, जंगलों से भरा कनातल किसी सैरगाह से कम नहीं.

शांत वातावरण

कनातल का शांत और सुरम्य वातावरण पर्यटकों को अपनी ओर शुरू से ही आकर्षित करता रहा है. यहां आप अपनी छुट्टियों की शुरुआत Sightseeing से कर सकते हैं. इसके लिए आप सुर्खंडा देवी मंदिर जा सकते हैं. माता सती का ये मंदिर यहां से 5 किलोमीटर दूर है. इसके साथ ही पास में देश के सबसे ऊंचे बांध में से एक, टिहरी बांध को भी देखना काफ़ी सुखद रहेगा. यहां से सूर्यास्त होते हुए देखना न भूलिएगा.

Camping

यहां अपने परिवार और दोस्तों के साथ Camping का मज़ा लेना एक अलग ही अनुभव होगा. यहां कई टूरिस्ट कंपनीज़ आकर्षक पैकेज के साथ कैंपिंग करने का ऑफ़र देती हैं. इसमें टेंट, लजीज़ खाना, एडवेंचर स्पोर्ट्स और एक्टिविटीज़ शामिल होती हैं. खुले आसमान के नीचे टेंट लगा कर सोना और वहीं खाना कितना Adventurous होगा . अगले दिन रिवर राफ़्टिंग भी कर सकते हैं. इसके शुरुआती पैकेज की कीमत 5000 रुपये है.

Valley Crossing

कनातल में Valley Crossing करने का अपना एक अलग ही मज़ा है. एक रोप के सहारे आस-पास के प्राकृतिक नज़ारे देखना किसी एडवेंचर से कम नहीं. हालांकि इसके लिए आपका पूरी तरह फ़िट होना अनिवार्य है. कमाल की बात ये है कि 80 फ़ीट की Valley को क्रॉस करने में आपको 15-20 मिनट लगेंगे, जिसके लिए कम से कम 300 रुपये प्रति व्यक्ति चार्ज किया जाएगा.

Trekking

देश और दुनिया के लोग यहां Trekking करने आते हैं. इसके लिए कोड़ाई जंगल काफ़ी फ़ेमस है. चंबा से यहां की 5-6 किलोमीटर की दूरी तय करना किसी एडवेंचर से कम नहीं. इस दौरान आप वाइल्ड लाइफ़ के साथ ही सुंदर-सुंदर घाटियों को देखने का आनंद ले सकते हैं.

Rappelling और Rock Climbing

अगर और भी ज़्यादा adventurous स्पोर्ट्स के शौकीन हैं, तब आपको Rappelling और Rock Climbing ज़रूर करनी चाहिए. कनातल में आप सिर्फ़ 300 रुपये देकर अपने दोस्तों के साथ पहाड़ों पर रॉक क्लाइंबिंग का लुत्फ़ उठा सकते हैं. रोमांच के लिए अपने दोस्तों को इसके लिए चैलेंज़ करना कैसा रहेगा?

पहाड़ी लाइफ़ को करीब से जानने का भी मौका है

मिट्टी के कच्चे घर और नदी से पानी लेकर आना यानि पहाड़ी लाइफ़ का लुत्फ़ उठाना है, तो आपको कनातल ज़रूर जाने चाहिए. पहाड़ी लोगों से बात करना, उनके साथ कुछ शामें बिताना और विलेज़ लाइफ़ को एक्सप्लोर करने का भरपूर आनंद आप यहां ले सकते हैं.

जंगल सफ़ारी

कनातल के कोडाई जंगल में जंगल सफ़ारी करने का भी ऑप्शन है. यहां के जंगलों में अापको कई प्रकार के जंगली पशु और पक्षी देखने को मिल जाएंगे. और हां अपने कैमरे में इन्हें कैंद करना न भूलें. इसके लिए आपको तकरीबन 2800 रुपये ख़र्च करने होंगे.

कैसे पहुंचे

दिल्ली से कनातल 300 किलोमीटर दूर है. यहां आप हवाई, रेल और सड़क मार्ग से होते हुए पहुंच सकते हैं. सबसे नज़दीकी एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन देहरादून है. यहां से कनातल 92 किलोमीटर दूर है. ये सफ़र आप टैक्सी और बस सर्विस की मदद से पूरा कर सकते हैं.

हैं न कमाल की जगह कनातल? तो कब बना रहे हैं यहां जाने का प्लान? 

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