3 दिनों बाद कब्र से ज़िन्दा निकाले गए इस मासूम की कहानी जान कर, सच में मन ख़राब हो गया

Akanksha Thapliyal

वो भी एक मां होती है, जो हर परिस्थिति में बच्चे को पालती है और वो भी एक मां ही होती है, जो बच्चे को मार डालती है. साउथ अफ़्रीका के Paddock शहर की एक फ़ैक्ट्री में काम करने वाले लोगों को साइट के पास से किसी बच्चे के कराहने की आवाज़ें सुनाई दीं. पास जा कर देखा, तो मिट्टी और लकड़ी के भूसे से बनी एक कब्र में एक ज़िन्दा बच्चा रोता हुआ मिला.

मिट्टी में पूरी तरह से सना हुआ ये बच्चा, इतने दिनों तक ज़मीन के अन्दर ज़िन्दा था. जिन लोगों ने इसे कब्र से निकाला, वो सोच ही रहे थे कि ऐसा निर्मम काम करने वाली मां कौन होगी, तभी उसी फै़क्ट्री में काम करने वाली एक मां ने इस बच्चे की ज़िम्मेदारी ली.

25 साल की इस लड़की की शादी नहीं हुई है और ये बच्चा उसके किसी अफ़ेयर से हुआ है. ऐसे ही किसी अफ़ेयर से उसका एक और बच्चा भी है. वो अपने पेरेंट्स के साथ रहती है और अपनी दलील में उसका कहना है कि उसके घरवाले एक और बच्चे को नहीं अपनाते.

किसी भी इंसान को इस तरह किसी की ज़िन्दगी के साथ खेलने का हक़ नहीं है, जब आप किसी को पाल नहीं सकते, तो उसे इस दुनिया में लाने के बारे आपको सोचना भी नहीं चाहिए. इस मासूम को दफ़नाने की जगह, वो इसे किसी अनाथालय को दे सकती थी.

इस महिला को फ़िलहाल ऐसा करने के लिए पुलिस स्टेशन ले जाया गया है. हैरानी की बात ये है कि इन विषम परिस्थितियों में वो बच्चा ज़िन्दा रह गया.

किसी ने सही कहा है, जाको राखे साईयां, मार सके न कोई.

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