70 साल के दादाजी को गेम खेलना इतना पसंद है कि अपनी साइकिल पर 11 फ़ोन लगा कर पूरे शहर में घूमते हैं

J P Gupta

2016 में एक गेम आया था, जिसका नाम था Pokémon Go. इस गेम को खेलने का चस्का लोगों को ऐसा लगा था कि वो अपनी सुध-बुध खो देते थे. कई लोगों का इस गेम के चक्कर में एक्सिडेंट भी हो गया था. लेकिन इस गेम का सकारात्मक रूप से इस्तेमाल कर रहे हैं Chen San-Yuan. इनकी उम्र 70 साल है और वो अपनी साइकिल पर एक या दो नहीं बल्कि पूरे 11 स्मार्टफ़ोन बांधे घूमते हैं, ताकि वो इस गेम का पूरा मज़ा ले सकें. वो कैसे? आइए जानते हैं.

Pokémon Go में आपको पॉकेमान के जितने हो सके उतने गेमर्स को Catch Them All यानि पकड़ना होता है. इसलिए ताइवान के ये दादाजी अपनी साइकिल में ही स्मार्टफ़ोन लटकाए गली-गली भटकते मतलब गेम खेलते रहते हैं. Pokémon Go को खेलना Chen को उनके पोते ने सिखाया था, जिसके वो अब उस्ताद बन गए हैं. 

इस गेम को खेलते हुए उन्हें वक़्त का पता ही नहीं चलता, कई बार वो अपने घर सुबह के 4 बजे पहुंचे हैं. Chen के मुताबिक, इस गेम को खेलने के कई फ़ायदे हैं, जिसे उन्होंने महसूस किया है. पहला ये कि उनकी लाइफ़ पहले से ज़्यादा हेल्दी हो गई है. दूसरा इससे अल्ज़ाइमर का भी ख़तरा कम हो गया. तीसरा इसकी वजह से उन्हें कई नए दोस्त बनाने को मिले. 

ताइवान के लोगों में भी ये काफ़ी फ़ेमस हैं. इन्हें लोग प्यार से Uncle Pokémon कहकर बुलाते हैं. अपने इस शौक को पूरा करने के लिए वो पैसे भी काफ़ी ख़र्च करते हैं. उनका कहना है कि वो हर महीने इस पर तकरीबन 95000 रुपये ख़र्च करते हैं. इसमें इंटरनेट, बैटरी आदि का ख़र्च शामिल है.

कहां तो लोग 60-70 की उम्र में रिटायर होकर घर में आराम से बैठने का प्लान बनाते हैं, लेकिन ये हैं कि इस उम्र में गेम खेल रहे हैं, वो भी साइकिल पर घूम-घूम कर.

Source: Bbc

आपको ये भी पसंद आएगा
बेवफ़ा समोसे वाला: प्यार में धोखा मिला तो खोल ली दुकान, धोखा खाये लवर्स को देता है डिस्काउंट
जानिये दिल्ली, नई दिल्ली और दिल्ली-NCR में क्या अंतर है, अधिकतर लोगों को ये नहीं मालूम होगा
जानिए भारत की ये 8 प्रमुख ख़ुफ़िया और सुरक्षा जांच एजेंसियां क्या काम और कैसे काम करती हैं
मिलिए गनौरी पासवान से, जिन्होंने छेनी व हथोड़े से 1500 फ़ीट ऊंचे पहाड़ को काटकर बना दीं 400 सीढ़ियां
ये IPS ऑफ़िसर बेड़िया जनजाति का शोषण देख ना पाए, देखिए अब कैसे संवार रहे हैं उन लोगों का जीवन
अजय बंगा से लेकर इंदिरा नूई तक, CEO भाई बहनों की वो जोड़ी जो IIM और IIT से पास-आउट हैं