बच्चे को पिता से नहीं, बल्कि मां से विरासत में मिलती है बुद्धि. ये हम नहीं विज्ञान कहता है

Smita Singh

एक नई रिसर्च में खुलासा हुआ है कि बच्चे का बुद्धिमान और चालाक होना मां के जीन पर निर्भर करता है. वहीं, पिता के इंटेलिजेंस लेवल का बच्चे की बुद्धि पर कोई फर्क नहीं पड़ता है.

स्टडी में पता चला है कि महिलाओं में अपनी बुद्धिमानी का संचार करने की क्षमता पुरुषों से ज्यादा होती है. इस संचार की तेज़ी की वजह x क्रोमोसोम होता है, जो महिलाओं के पास ज्यादा होता है. दरअसल, महिलाओं में दो x क्रोमोसोम्स पाए जाते हैं, जबकि पुरुषों के पास सिर्फ एक ही क्रोमोसोम होता है.

saheliboston
वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी के रिसचर्स के मुताबिक, पिता को जो उन्नत संज्ञानात्मक क्रिया विरासत में मिलती है, वो खुद-ब-खुद निष्क्रिय हो जाती है. जीन की ये कैटेगरी Conditioned Genes के नाम से जानी जाती है. ये जीन तभी काम करते हैं, जब मां के जरिए बच्चे को मिलते हैं.

लैब में एक चूहे के ऊपर अध्ययन किया गया, जिसमें पाया गया कि जिन चूहों में मां के जीन ज्यादा मात्रा में थे, उनका सिर और ब्रेन बड़ा था. हालांकि, उनकी बॉडी छोटी थी. वहीं, जिन चूहों में पिता का जीन ज्यादा था, उनमें ब्रेन का साइज़ छोटा था, लेकिन शरीर बड़ा था.

newsmobile

रिसचर्स ने एक ऐसे सेल का पता लगाया, जिससे चूहे के ब्रेन में माता और पिता के जीन छह अलग-अलग हिस्सों में निहित थे. ये विभिन्न प्रकार के संज्ञानात्मक कार्यों जैसे खाने की आदत से लेकर स्मृतियों पर नियंत्रण कर रहे थे.

पैतृक जीन के ज्यादातर सेल लिम्बिक सिस्टम में संचित हुए, जो खाने-पीने, गुस्सा और सेक्स के कामों में लिप्त होते हैं. वहीं, रिसचर्स को सेरेब्रल कॉर्टेक्स में ऐसी कोई सेल नहीं मिली, जो पढ़ाई-लिखाई, बोलने-समझने के लिए काम करती है.

रिसर्च से ये साफ पता चलता है कि बुद्धिमत्ता को निर्धारित करने के लिए सिर्फ आनुवंशिकी (विरासत) ही जिम्मेदार नहीं होता है. केवल 40 से 60 फीसदी बुद्धिमत्ता वंशानुगत होती है, बाकी बुद्धि आपके आस-पास के माहौल पर निर्भर करती है.

आपको ये भी पसंद आएगा
बेवफ़ा समोसे वाला: प्यार में धोखा मिला तो खोल ली दुकान, धोखा खाये लवर्स को देता है डिस्काउंट
जानिये दिल्ली, नई दिल्ली और दिल्ली-NCR में क्या अंतर है, अधिकतर लोगों को ये नहीं मालूम होगा
जानिए भारत की ये 8 प्रमुख ख़ुफ़िया और सुरक्षा जांच एजेंसियां क्या काम और कैसे काम करती हैं
मिलिए गनौरी पासवान से, जिन्होंने छेनी व हथोड़े से 1500 फ़ीट ऊंचे पहाड़ को काटकर बना दीं 400 सीढ़ियां
ये IPS ऑफ़िसर बेड़िया जनजाति का शोषण देख ना पाए, देखिए अब कैसे संवार रहे हैं उन लोगों का जीवन
अजय बंगा से लेकर इंदिरा नूई तक, CEO भाई बहनों की वो जोड़ी जो IIM और IIT से पास-आउट हैं