टीचर द्वारा बच्ची को वाॅशरूम न जाने देने पर कोर्ट ने लगाया स्कूल प्रशासन पर 8 करोड़ का जुर्माना

Nagesh

कई बार ऐसा देखा गया है कि किसी छात्र को स्कूल में गलत हरकत के कारण जुर्माना देना पड़ता है. स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे अगर कांच तोड़ दें या किसी अन्य अनुशासनहीनता में पकड़े जायें, तो उन्हें स्कूल द्वारा निर्धारित फाइन भरना पड़ता है और सज़ा भुगतनी पड़ती है. पर अमेरिका में कोर्ट ने एक स्कूल पर ही 12.5 लाख डॉलर का यानी लगभग साढ़े आठ करोड़ रुपये का फाइन लगाया है. ये फाइन इसलिए लगाया गया है कि स्कूल की सुविधाओं में कमी के कारण एक छात्रा को बाल्टी में पेशाब करना पड़ा.

ये घटना कैलिफोर्निया के एक स्कूल की है. सुप्रीम कोर्ट ज्यूरी ने 2012 में हुई घटना के लिए स्कूल को अभी मुआवजा देने को कहा है. दरअसल, हुआ कुछ ऐसा था कि पैट्रिक हाई स्कूल की छात्रा ने अपनी टीचर गोंजा वोल्फ़ से बाथरूम जाने की परमिशन मांगी थी. पर उसकी टीचर ने ये कहकर मना कर दिया कि इस क्लास में बाथरूम जाने की इजाज़त नहीं है. साथ ही वोल्फ़ ने बच्ची से कहा कि वो बगल वाले कमरे में चली जाए और वहां रखी बाल्टी में पेशाब करके सिंक में डाल दे.

Gannett

अब 19 वर्ष की हो चुकी इस छात्रा का कहना है कि इस घटना से वो काफ़ी अवसादग्रस्त हो गई थी और उसे ख़ुदकुशी करने के ख्याल आ रहे थे. स्कूल छोड़ चुकी इस छात्रा ने निचली अदालत में 25 हज़ार डॉलर का मुक़दमा ठोका था, लेकिन अदालत ने इसे ख़ारिज कर दिया. स्कूल के अनुसार, टीचर का इरादा छात्रा को बेईज्ज़त करने का नहीं था. साथ ही स्कूल प्रशासन ने छात्रा और उसकी मां से इस घटना के माफ़ी मांगी थी और अपने टीचर्स को बाथरूम जाने की परमिशन देने की सख्त़ हिदायत भी दी थी.

आपको ये भी पसंद आएगा
बेवफ़ा समोसे वाला: प्यार में धोखा मिला तो खोल ली दुकान, धोखा खाये लवर्स को देता है डिस्काउंट
जानिये दिल्ली, नई दिल्ली और दिल्ली-NCR में क्या अंतर है, अधिकतर लोगों को ये नहीं मालूम होगा
जानिए भारत की ये 8 प्रमुख ख़ुफ़िया और सुरक्षा जांच एजेंसियां क्या काम और कैसे काम करती हैं
मिलिए गनौरी पासवान से, जिन्होंने छेनी व हथोड़े से 1500 फ़ीट ऊंचे पहाड़ को काटकर बना दीं 400 सीढ़ियां
ये IPS ऑफ़िसर बेड़िया जनजाति का शोषण देख ना पाए, देखिए अब कैसे संवार रहे हैं उन लोगों का जीवन
अजय बंगा से लेकर इंदिरा नूई तक, CEO भाई बहनों की वो जोड़ी जो IIM और IIT से पास-आउट हैं