72 साल की उम्र में मां बनीं दलजिंदर कौर की ज़िन्दगी में थोड़ी देर से, लेकिन दुरुस्त आई ख़ुशियां

Akanksha Thapliyal

73 साल की दलजिंदर कौर को बढ़ती उम्र की वजह से चलने-फिरने में काफ़ी दिक्कत होती है. अपनी सेहत और शरीर को ठीक करने के अलावा उनके ऊपर एक ज़िम्मेदारी और है, अरमान. उनका बेटा अरमान अभी एक साल का भी नहीं हुआ है. पंजाब के अमृतसर की रहने वाली दलजिंदर कौर 73 की उम्र में मां बनी और अब उम्र इस मां और उसके बच्चे के बीच आ रही है.

करीब 46 साल तक अपने पहले बच्चे की आस में दलजिंदर और उनके पति कोशिश करते रहे, लेकिन उन्हें ये ख़ुशी नसीब नहीं हुई. बाद में उन्होंने IVF से भी मदद लेने की कोशिश की, लेकिन उन्हें तब भी सफ़लता नहीं मिली. बाद में उनकी मदद की हिसार में नेशनल फर्टिलिटी क्लिनिक चलाने वाले अनुराग बिश्नोई ने.

एक साल पहले जब उन्होंने अरमान को जन्म दिया, तब से अभी तक वो कई बार बीमार पड़ चुकी हैं. उनकी सेहत का असर अरमान पर भी दिख रहा है. अरमान अपनी उम्र के हिसाब से अंडरवेट है. दलजिंदर ने उसे 3 महीनों में ही दूध पिलाना बंद कर दिया था ,जबकि बच्चे के लिए मां का दूध ही सबसे अच्छी ख़ुराक मानी जाती है.

लेकिन ये कपल अपनी ज़िन्दगी में आयी ख़ुशियों के आगे इन परेशानियों के बारे में नहीं सोचता. दलजिंदर चाहे कितनी ही परेशान क्यों न हो, अरमान को देख कर उनका दिन बन जाता है. वो उनकी सबसे बड़ी ख़ुशी है.

अरमान के फर्स्ट बर्थडे पर ये कपल कोई पार्टी नहीं देना चाहता, बल्कि उसे स्वर्ण मंदिर ले जाना चाहते हैं. ये उनके लिए भगवान को शुक्रिया कहने का तरीका है.

सच में, बच्चे इतनी बड़ी सौगात हैं कि मां-बाप इनके लिए कोई भी परेशानी झेल जाते हैं, जैसे मोहिंदर और दलजिंदर.

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