जानवरों को मार कर उनके केसेज़ बना, इस लड़के ने पेश किया है कला का एक भद्दा स्वरुप

Komal

कला अच्छी चीज़ है, लेकिन अगर उसको दिखाने के लिए किसी जीव को मारा जाये, तो वो खूबसूरत नहीं, घिनौनी हो जाती है. अब Jack Devaney को ही देख लीजिए, अपने खर्च को पूरा करने के लिए इन्हें ज़्यादा पैसों की ज़रुरत थी, इसके लिए Jack ने मरे जानवरों को अपने 3D आर्ट के ज़रिये पेंसिल केस का रूप देना शुरू कर दिया. 22 साल के इस छात्र के पास मरे हुए जानवरों के इस्तेमाल से बनाये गये पेंसिल केस का पूरा संग्रह तैयार हो गया है. वो इन्हें ऑनलाइन बेचने के इरादे से बना रहा है.

Imgur पर Jack के ख़ास डिज़ाइंड Cases को पांच लाख से भी ज़्यादा बार देखा गया है. ये चीज़ें इतनी ख़ास हो गई हैं कि इनकी डिमांड अब देश के बाहर से भी आने लगी हैं. हालांकि कुछ लोग इसको देख कर आहत भी हुए हैं और इसका विरोध भी किया है. लोग अकसर Jack को मेसेज करते हैं कि उसका काम बड़ा वाहियात है, पर जैक हमेशा सबको Politely जवाब देता है.

कई ख़रीद-बिक्री करने वाली वेबसाइट्स ने भी Jack के सामान को बेचने पर रोक लगा दी है. Jack का कहना है कि वो किसी का दिल नहीं दुखाना चाहता था, बल्कि लोगों के चेहरे पर मुस्कान लाना चाहता था. Jack पिछले नौ सालों से एक कसाई के यहां काम करते थे, इसलिए उनकी संवेदनशीलता कम है. साथ ही उन्हें पता है कि जानवरों को कैसे काटना है और कहां से उनकी त्वचा निकालनी है. इसलिए सबसे पहले Jack ने लोकल पेट स्टोर से जाकर कुछ चूहे ख़रीदे और उन पर प्रयोग करके देखा. सब ठीक रहने के बाद उसने गिलहरियों, खरगोशों के भी Case बनाने शुरू कर दिए.

हमें एक बात समझ नहीं आ रही कि Jack का कहना है कि वो लोगों के चेहरे पर मुस्कान लाने के लिए ऐसा करता है. आखिर वो कौन लोग हैं, जो जानवरों को मरा देख कर खुश होते हैं? अगर कोई ऐसा है भी, जो मरे हुए जानवरों के शवों से बने केसेज़ खरीदना चाहता है, तो ज़रूर वो विकृत मानसिकता से ग्रस्त होगा. 

आपको ये भी पसंद आएगा
बेवफ़ा समोसे वाला: प्यार में धोखा मिला तो खोल ली दुकान, धोखा खाये लवर्स को देता है डिस्काउंट
जानिये दिल्ली, नई दिल्ली और दिल्ली-NCR में क्या अंतर है, अधिकतर लोगों को ये नहीं मालूम होगा
जानिए भारत की ये 8 प्रमुख ख़ुफ़िया और सुरक्षा जांच एजेंसियां क्या काम और कैसे काम करती हैं
मिलिए गनौरी पासवान से, जिन्होंने छेनी व हथोड़े से 1500 फ़ीट ऊंचे पहाड़ को काटकर बना दीं 400 सीढ़ियां
ये IPS ऑफ़िसर बेड़िया जनजाति का शोषण देख ना पाए, देखिए अब कैसे संवार रहे हैं उन लोगों का जीवन
अजय बंगा से लेकर इंदिरा नूई तक, CEO भाई बहनों की वो जोड़ी जो IIM और IIT से पास-आउट हैं