महिलाओं को अक्सर छेड़खानी, ग्रोपिंग, हैरेसमेंट का शिकार होना पड़ता है. महिला सुरक्षा से जुड़े कड़े कानून होने के बावजूद इस देश में ये घटनाएं बेहद आम हैं और लगभग हर महिला के साथ ये घटनाएं रोज़ होती हैं.
किसी अजनबी द्वारा ग़लत तरीके से छुए जाने के बाद वो एक स्पर्श भूलने में एक महिला को काफ़ी समय लगता है. महिलाएं इन घटनाओं की वजह से 24 घंटे असुरक्षित महसूस करती हैं.
बहुत हिम्मत लगती है ऐसी घटनाओं को भूलकर ज़िन्दगी में आगे बढ़ने में और रोज़मर्रा के काम करने में. दिल्ली की लड़की ने अपने साथ हुई Groping की घटना ट्विटर पर शेयर की और लिखा कि किस तरह उसने एक आदमी को उम्रभर का सबक दिया.
एक आदमी ने मुझे सुबह 7 बजे इंडिया गेट के पास ग़लत तरीके से छूने की कोशिश की. भीड़-भाड़ वाली जगह थी और मैं अपने माता-पिता से 2 फ़ीट पीछे चल रही थी. मैंने उस आदमी का हाथ मोड़ा, उसे मुंह पर एक मुक्का मारा और उसे लात मारी. मुझे नहीं पता था कि मुझ में इतनी शक्ति है.
लड़की ने आगे बताया कि ऐसा उसके साथ 5वीं बार हुआ और इस बार उससे चुप नहीं बैठा गया.
लड़की ने आगे बताया कि उसके पिता ने उस आदमी को पीटा और वो आदमी भाग गया.
ट्विटर ने लड़की की बहादुरी की तारीफ़ की-