इन फ़ोटोज़ के ख़ूबसूरत लगने की वजह सिर्फ़ कैमरा नहीं, बल्कि इन्हें खींचने वाले फ़ोटोग्राफ़र की कहानी भी है

Sumit Gaur

तस्वीर एक एहसास की तरह होती है, जिसे फ़ोटोग्राफ़र कैमरे के ज़रिये यादों का रूप का देता है. इस एक एहसास को कैद करने के लिए फ़ोटोग्राफ़र को कितनी मेहनत करनी पड़ती है, उसका अंदाज़ा हम तस्वीर की ख़ूबसूरती को ही देखकर लगा सकते हैं. आज हम आपके लिए एक फ़ोटोग्राफ़र द्वारा ली गई कुछ ऐसी ही तस्वीरें ले कर आये हैं, जो पहली नज़र में बस ख़ूबसूरत ही दिखाई पड़ती हैं, पर इस फ़ोटोग्राफ़र की कहानी इन तस्वीरों को ख़ूबसूरत से ज़्यादा सम्मानित बना देती है.

24 वर्षीय इन्डोनेशियाई फ़ोटोग्राफ़र Achmad Zulkarnain बिना हाथ और पैरों के पैदा हुए थे, पर ये उनका जूनून ही था, जो Achmad कैमरे से प्यार और तस्वीरों से मोहब्बत करने लगे. 

तस्वीर लेने के लिए Achmad अपने मुंह और बिना उंगलियों वाले हाथ का इस्तेमाल करते हैं. 

फ़ोटोज़ लेने के बाद Zulkarnain उन्हें अपने लैपटॉप में ट्रांसफर कर लेते हैं, जिसके बाद तस्वीरों को सजाने का काम शुरू किया जाता है. 

अपने इस हुनर के ज़रिये Achmad अपने प्रोफ़ेशनल कैमरे के साथ मॉडल्स के अलावा प्रकृति के सौंदर्य को तस्वीरों का रूप देते हैं. 

Achmad, DZOEL नाम की एक कंपनी के मालिक हैं, जो अपने लोकल एरिया में अच्छा-ख़ासा बिज़नेस करती है.

हाल ही में न्यूज़ चैनल अल जज़ीरा ने Achmad का एक इंटरव्यू लिया, जिसके ज़रिये Achmad की कहानी दुनिया के सामने आई. 

इस इंटरव्यू में Achmad ने कहा कि ‘मैं नहीं चाहता कि लोग मेरी तस्वीरों को देख कर मेरे बारे में बात करें. मैं सिर्फ़ उन्हें अपनी क्रिएटिविटी दिखाना चाहता हूं.

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