आंखों से ख़ून निकलने वाली दुर्लभ बीमारी से पीड़ित है ये 6 साल का बच्चा. क्या आप इसकी मदद करेंगे?

J P Gupta

5-6 साल की उम्र के बच्चे अकसर घर के आस-पास खेलते दिखाई देते हैं. मगर 6 साल के आयुष के साथ ऐसा नहीं है, वो अपने दोस्तों के साथ किसी खेल में मशगूल होने की इस उम्र में अस्पताल के चक्कर काट रहा है. वजह है उसे हुई एक दुर्लभ बीमारी, जिसका इलाज चल रहा है.

आयुष को Aplastic Anaemia नाम की दुर्लभ बीमारी है. इससे पीड़ित किसी मरीज को अचानक आंख, नाक, मल-मूत्र आदि से ख़ून आने लगता है. इस वजह से आयुष के ब्लड का प्लेटलेट काउंट 5000 रह गया है. एक नॉर्मल व्यक्ति में ये 150000 होता है.

आयुष को इसी कारण पिछले 15 महीनों में 12 बार हॉस्पिटल में एडमिट किया जा चुका है. आख़िरी बार उसे मुंबई के Kokilaben Dhirubhai Ambani अस्पताल में भर्ती किया गया था. यहां डॉक्टर ने आयुष के माता-पिता को Bone Marrow Transplant कराने की सलाह दी. क्योंकि अब उसकी बॉडी इस बीमारी से लड़ने में सक्षम नहीं है.

Indiatimes

इस ऑपरेशन को करने में तकरीबन 20 लाख रुपये का ख़र्च आएगा. आयुष के पिता अनिल एक मज़दूर हैं, जो दिन में करीब 300 रुपये कमाते हैं. उनके लिए ये रक़म किसी पहाड़ जितनी बड़ी है.

आयुष की मां ने बताया कि उनका बेटा इस गंभीर बिमारी से एक साल से जूझ रहा है. लेकिन अब उसके पास ज़्यादा वक़्त नहीं बचा है. आयुष के पिता जी-जान से उसकी जान बचाने की कोशिश में जुटे हैं. उन्होंने किसी तरह 12 लाख रुपयों और एक डोनर का इंतज़ाम किया है.

Indiatimes

पर अभी उन्हें 8 लाख रुपये और चाहिए, तब जाकर वो अायुष का ऑपरेशन करा सकेंगे. उन्हें आपकी मदद की दरकार है. अगर आप उनकी मदद करना चाहते हैं, तो यहां क्लिक करें.

आपको ये भी पसंद आएगा
बेवफ़ा समोसे वाला: प्यार में धोखा मिला तो खोल ली दुकान, धोखा खाये लवर्स को देता है डिस्काउंट
जानिये दिल्ली, नई दिल्ली और दिल्ली-NCR में क्या अंतर है, अधिकतर लोगों को ये नहीं मालूम होगा
जानिए भारत की ये 8 प्रमुख ख़ुफ़िया और सुरक्षा जांच एजेंसियां क्या काम और कैसे काम करती हैं
मिलिए गनौरी पासवान से, जिन्होंने छेनी व हथोड़े से 1500 फ़ीट ऊंचे पहाड़ को काटकर बना दीं 400 सीढ़ियां
ये IPS ऑफ़िसर बेड़िया जनजाति का शोषण देख ना पाए, देखिए अब कैसे संवार रहे हैं उन लोगों का जीवन
अजय बंगा से लेकर इंदिरा नूई तक, CEO भाई बहनों की वो जोड़ी जो IIM और IIT से पास-आउट हैं