एक समय वो भी था, जब T-Shirt को T-Shirt के बजाय, अंडरवियर की तरह पहना जाता था

Sumit Gaur

चाहे ऑफ़िस में कूल दिखना हो या कॉलेज के लिए जल्दी निकलना हो, T-Shirt उन कपड़ों में से एक है, जिसे कभी भी, कहीं भी पहना जा सकता है. ये कहना गलत नहीं होगा कि T-Shirt एकलौता वो कपड़ा है, जो हर किसी के कलेक्शन में आसानी से दिख जाती है. सफ़र का साथी बन कर रहने वाली T-Shirt जितनी कूल दिखाई देती है, उसकी हिस्ट्री भी उतनी ही मज़ेदार है. आज हम आपके लिए T-Shirt से जुड़ी एक ऐसी ही दिलचस्प बात लेकर आये हैं, जिसके बारे में आपने पहले कभी सुना ही नहीं होगा.

Undergarment की तरह इस्तेमाल की जाती थी टी-शर्ट

T-Shirt की खोज 19 सदी की शुरुआत में हुई थी, पर उस समय इसे अंडवियर की तरह इस्तेमाल किया जाता था. आमतौर पर इसे माइन में काम करने वाले और जहाज़ पर माल उतरने वाले लोग पहना करते थे. 1898 के आस-पास स्पेन–अमेरिका युद्ध के समय भी U.S. नेवी के सिपाहियों ने इसका इस्तेमाल अंडरवियर की तरह ही किया, जिसे 1913 में आर्मी की ड्रेस का हिस्सा बना दिया गया था.

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उस समय इसमें कोई बटन नहीं हुआ करते थे और इसकी बाजू न होकर, ये स्लीवलेस थी. कुछ समय बाद इसके ऊपर से शर्ट को हटा लिया गया और नाविक और कामगार इसे ही पहन कर काम किया करते थे. धीरे-धीरे इसका चलन दूसरे उद्योगों में भी बढ़ने लगा और कृषि से ले कर फ़ैक्टरी में काम करने वाले लोग भी इसे पहन कर काम करने लगे. इसे पहन कर काम करना लोगों के लिए आसान था, जिसकी वजह से ये युवाओं के बीच पॉपुलर हो गयी.

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1920 के आस-पास T-Shirt शब्द इतना प्रसिद्ध हो गया था कि अमेरिकन डिक्शनरी ने इसे अपने यहां जगह दी और इसकी परिभाषा तक लिखी. दूसरे विश्वयुद्ध के समय तक U.S. नेवी इसका इस्तेमाल यूनिफ़ॉर्म (अंडरवियर) की तरह ही करती थी. आम लोगों तक T-Shirt को पहुंचाने में U.S. नेवी के जवानों का ही हाथ है, जो इसे पहन कर पार्टी और बाज़ार जाने लगे.

फ़ैशन मैगज़ीन Life ने T-Shirt को उस समय ट्रेंड बनाया, जब 1942 में Air Corps Gunnery स्कूल ने T-Shirt के कुछ ख़ास प्रिंटेड एडिशन निकाले. 

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1960 में लोग प्रिंटेड T-Shirt का इस्तेमाल विरोध प्रदर्शन के दौरान करने लगे और फिर जो हुआ, वो हिस्ट्री है.

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