भारतीय सड़कों पर एंबुलेंस का हाल कुछ ऐसा होता है.
ट्रैफ़िक रूल्स के अनुसार, हमें सबसे पहले आपातकालीन वाहनों को आगे निकलने का रास्ता देना होता है लेकिन लाइसेंस बनने के बाद शायद हम ये नियम भूल जाते हैं.
वहीं दूसरी तरफ़, हॉन्गकॉन्ग के लोगों ने जो किया, वो दुनिया के लिए और ख़ास कर भारतीयों के लिए सीख है.
दरअसल, इन दिनों हॉन्गकॉन्ग में एक विवादित विधेयक के विरोध में वहां की जनता सड़कों पर उतर आई है. इसके अनुसार चीन को हॉन्गकॉन्ग के किसी भी नागरिक को प्रत्यर्पित कर उस पर मुकदमा चलाने की इजाज़त दी जाएगी.
इसी का विरोध करने के लिए हॉन्गकॉन्ग के लाखों लोग सड़कों पर उतर आए हैं. इन्हीं में से एक प्रदर्शनकारी की तबीयत बिगड़ गई. इसके लिए एंबुलेंस बुलाई गई. वहां मौजूद सभी लोगों ने बिना कोई समय गंवाए एंबुलेंस के निकलने का रास्ता तैयार कर दिया.
ऐसे देशों को हॉन्गकॉन्ग की जनता से सबक लेना चाहिए. सोशल मीडिया पर भी लोग वहां के नागरिकों की दिल खोलकर तारीफ़ कर रहे हैं.
फ़िलहाल जनता का विरोध देखते हुए हॉन्गकॉन्ग की नेता कैरी लाम ने जनता से माफ़ी मांगते हुए विधेयक को वापस ले लिया है.