जीवन और मरण जीवन का सबसे बड़ा सत्य है. जो दुनिया में आता है, उसे एक न एक दिन जाना ही होता है. हम में से कई लोग ऐसे होंगे जिन्होंने अपनी ज़िन्दगी में अपनों को दुनिया छोड़ कर जाते देखा होगा. ऐसे में कुछ वाकये इस तरह के भी हो जाते हैं, जब लोगों को उनके मरे हुए नज़दीकी व्यक्ति सपने में नज़र आ जाते हैं. इस दौरान होने वाला एहसास अपने आप में अनोखा और रहस्यमयी होता है. मनोविज्ञान का मानना है कि इस तरह के सपनों में ख़ास मैसेज छिपे होते हैं.
हमारे नजदीकी हमें इन सपनों के माध्यम से किसी चीज़ को लेकर गाइडेंस देने या किसी बात पर आश्वासन देने या फिर आने वाली ज़िन्दगी में होने वाली किसी बुरी घटना को लेकर सावधान करने आते हैं. इन सपनों में छुपे मैसेजेज़ पर अमल करके कोई भी व्यक्ति अपनी लाइफ़ बदल सकता है.
नीचे बताई जा रही कुछ ख़ास बातें इन सपनों को और भी ज़्यादा ख़ास बनाती हैं.
1. इन सपनों के दौरान होता है वास्तविकता का एहसास
इस तरह के सपनों के दौरान आने वाली भावनाएं काफ़ी तीव्र और ज्वलंत होती हैं. ऐसे में सपना देखने वाले को यह बिल्कुल भी आभास नहीं होता है कि यह हक़ीक़त नहीं बल्कि एक सपना है. कुछ मामलों में तो नींद खुलने के बाद भी इंसान उस प्रभाव से बाहर नहीं निकल पाता है. ऐसे सपनों के प्रभाव कुछ पलों से लेकर सालों तक बने रह सकते हैं.
2. जीवित रहते हुए जो बीमार थे, वो भी स्वस्थ नज़र आते हैं
इन सपनों में एक ख़ास बात यह भी होती है कि जो परिचित अपनी मौत के समय काफ़ी बीमार और अस्वस्थ थे, वो सपनों में काफ़ी स्वस्थ नज़र आते हैं. सपनों के दौरान देखने वाले को उनके चेहरे पर एक अलग ही तेज नज़र आता है.
3. देने आती है संतुष्टि भरा आश्वासन
मरे हुए परिचित अकसर लोगों को यह आश्वासन देने आते हैं कि वो जहां कहीं भी हैं ख़ुश हैं. इसके साथ वो यह भी कहने आते हैं कि हमें भी अपने जीवन में ख़ुश रहना चाहिए.
4. हमारी मदद करने आते हैं मरे हुए नज़दीकी इंसान
सपने में आने वाला हर मरा हुआ हमारा नज़दीकी रिश्तेदार या दोस्त हमें जीवन में आने वाली किसी बड़ी समस्या से बचने के लिए सावधान करने आता है. इसके अलावा कई बार वो जीवन से जुड़े महत्त्वपूर्ण फ़ैसलों में हमें गाइडेंस देने भी आते हैं.
5. इशारों में कह जाते हैं अपनी बात
सपने में आने वाला हर मरा हुआ करीबी कभी भी अपनी बात को शब्दों में बोल कर बयां नहीं करता है. वह केवल अपने इशारों और हाव-भाव से अपनी बात को व्यक्त करता है. नज़दीकी होने की वजह से लोग उनके द्वारा दिए जाने वाले मैसेज को इशारों में भी समझ जाते हैं.
6. सपना देखने वाले को होते हैं तीव्र भावनात्मक प्रभाव
किसी भी इंसान को जब उसका मरा हुआ नज़दीकी सपने में नज़र आता है, तो सपना पूरा होने के बाद जब उस व्यक्ति की नींद खुलती है, तो एक अलग ही एहसास होता है. नींद से जागने के बाद व्यक्ति अपने आप को काफ़ी पॉज़िटिव महसूस कर रहा होता है.
7. दुख से उभारने में मदद करते हैं ये सपने
अधिकतर जिन लोगों को भी सपने में अपने मरे हुए नज़दीकी नज़र आये, उनके लिए यह एहसास काफ़ी हेल्पफुल रहा. जीवन में आ रही तकलीफ़ों से होने वाले दुख से बाहर निकलने में ये सपने काफ़ी मददगार होते हैं. ऐसे सपनों के बाद लोगों को अपने जीवन में आगे बढ़ते रहने में काफ़ी मदद मिलती है.
8. ऐसे सपनों के बाद अकसर लोगों की लाइफ़ बदल जाती है
जिन-जिन लोगों को मरे हुए नज़दीकियों के सपने आते हैं, उनके लिए ये सपने एक तरह से लाइफ़ चेंजिंग अनुभव होते हैं. कई लोग इन सपनों में अपनों द्वारा इशारों में दी जाने वाली गाइडेंस को अपना कर अपने जीवन में क्रांतिकारी परिवर्तन कर डालते हैं.
आध्यात्म और मनोविज्ञान दोनों में इस बात का ज़िक्र किया गया है कि हमारे अपने जो दुनिया छोड़ कर जा चुके हैं, वो सपनों में आकर हमारे साथ बने रहते हैं. वो हमारे अच्छे के लिए हमेशा हमारे साथ खड़े होते हैं, ज़रूरत होती है केवल उनके इशारों को समझने की.