ख़ुशियां पैसों से नहीं आती, सबूत है एक सर्वे, जिसमें पाया गया कि ज़्यादातर दुनियावाले दुखी हैं

Sanchita Pathak

एक सवाल है. आप सभी के लिए, क्या आप ख़ुश हैं?

नहीं, नहीं. कमेंट बॉक्स में हमें बताने की ज़रूरत नहीं, मन है तो बता भी सकते हो. अपने आप से पूछिए कि क्या आप ख़ुश हैं? बेहतर होगा कि इसका जवाब भी ख़ुद तक ही सीमित रखें. कारण? आप ख़ुद से झूठ नहीं बोल सकते.

सोच रहे होगे न कि ऐसा करने को क्यों कह रहे हैं? असल में एक शोध में पता चला है कि पिछले 10 सालों में इस वक़्त, हम इंसान सबसे दुखी हैं. इसलिए सोचा कि आप सब से कह दें कि ख़ुद से ये सवाल पूछ लो कि आप कितने ख़ुश हो?

Money Web

Reuters में छपी रिपोर्ट के अनुसार, Gallup ने 146 देशों में 1,54,000 लोगों पर एक सर्वे किया. इन सब लोगों से ये सवाल किया गया,

‘क्या किसी भी वजह से कल(एक दिन पहले) आपने दर्द, ग़म, टेंशन, दुख महसूस किया है?’

Gallup ने पहला सर्वे 2006 में किया था और इस बार के सर्वे के रिज़ल्ट सबसे दुखी हैं.

Gallup के सर्वे में मालूम हुआ है कि Central African Republican विश्व का सबसे दुखी क्षेत्र था. इसके बाद इराक़ को सबसे दुखी घोषित किया था Gallup ने.

Morung Express

Reuters से बातचीत में सर्वे रिपोर्ट की वरिष्ठ लेखिका Julie Ray ने कहा,

Central African Republican की आबादी का एक बहुत बड़ा हिस्सा दाने-दाने का मोहताज है.

Central African Republican के कई देशों की आबादी सरकार के नियंत्रण से बाहर हो चुकी है. यहां के 4 में से 3 लोगों ने बताया कि वो दर्द में हैं, दुखी हैं.

सिर्फ़ ग़रीब देश ही नहीं, अमेरिका(सुपरपावर) में जिन लोगों पर शोध किया गया, उनमें से आधे से ज़्यादा लोगों ने बताया कि वो Stressed हैं.

Intelligence.com

अर्थशास्त्री Jan-Emmanuel De Neve ने कहा कि विश्व को दुख के बादलों में इस तरह घिरे देखना बहुत ‘चिंताजनक’ है.

Paraguay सबसे सकारात्मक देशों की सूची में टॉप पर है. यहां के लोगों से पूछा गया था, ‘क्या आपको इज़्ज़त दी जाती है, क्या आपने कल कुछ नया सीखा है, क्या आप ख़ुश हैं?’

यमन और अफ़गानिस्तान इस सूची में सबसे नीचे आते हैं.

नज़रअंदाज़ करना है तो शौक़ से कर सकते हैं, लेकिन देश, दुनिया और समाज में काफ़ी कुछ हो रहा है जो नहीं होना चाहिए. 

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