इस IAS अफ़सर की मार्कशीट हर उस बच्चे को देखनी चाहिए, जिसको लगता है मार्क्स से बड़ा कुछ नहीं

Ishi Kanodiya

बच्चों को अधिकतर यही बताया जाता है कि स्कूल के मार्क्स उनके आने वाले जीवन के लिए कितने ज़रूरी हैं. ख़ासतौर से 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं. जिसकी वजह से बच्चों पर इसका बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है. उनको लगता है की जीवन की सारी सफलताएं इन्हीं अंकों में छिपी हुई है. पर आप ख़ुद से पूछिए क्या वास्तव में ऐसा है? 

अहमदाबाद के IAS अफ़सर ने बच्चों के इस ग़लतफहमी को तोड़ने के लिए अपनी 12वीं की मार्कशीट ट्विटर पर शेयर कर दी.  

जिसमें उन्होंने बताया की किस तरह मात्र 1 अंक से वो केमिस्ट्री में पास हो पाए थे. उन्होंने छात्रों को आश्वस्त किया कि उनके अंक उनके भविष्य को निर्धारित नहीं करते हैं क्योंकि जीवन आपके बोर्ड परीक्षा से बहुत अधिक है.  

आंकड़ों के अनुसार, 2014 में 2,403 से अधिक छात्रों, 2015 में 2,646 छात्रों और 2016 में 2,413 छात्रों की देश में आत्महत्या के कारण मृत्यु हो गई है – जिसका कारण मुख्य तौर पर परीक्षाओं का दबाव है.  

यदि आप भी किसी के माता-पिता हैं और इस परीक्षा उसके अंक अच्छे नहीं आए हैं तो उनको ताने मारने की जगह उनका हौसला बढ़ाएं. उनको अपने अनुभवों से बताएं की किस तरह जीवन इन परीक्षाओं और मार्क्स से कई ज़्यादा है.   

आपको ये भी पसंद आएगा
बेवफ़ा समोसे वाला: प्यार में धोखा मिला तो खोल ली दुकान, धोखा खाये लवर्स को देता है डिस्काउंट
जानिये दिल्ली, नई दिल्ली और दिल्ली-NCR में क्या अंतर है, अधिकतर लोगों को ये नहीं मालूम होगा
जानिए भारत की ये 8 प्रमुख ख़ुफ़िया और सुरक्षा जांच एजेंसियां क्या काम और कैसे काम करती हैं
मिलिए गनौरी पासवान से, जिन्होंने छेनी व हथोड़े से 1500 फ़ीट ऊंचे पहाड़ को काटकर बना दीं 400 सीढ़ियां
ये IPS ऑफ़िसर बेड़िया जनजाति का शोषण देख ना पाए, देखिए अब कैसे संवार रहे हैं उन लोगों का जीवन
अजय बंगा से लेकर इंदिरा नूई तक, CEO भाई बहनों की वो जोड़ी जो IIM और IIT से पास-आउट हैं