जब नाम हो ‘पोलिसी’ तो पुलिस पकड़ कर भी छोड़ देती है, और नौकरी भी देती है, सच्ची में!

Vishu

महान लेखक विलियम शेक्सपियर ने एक बार कहा था – नाम में क्या रखा है.

शायद वो अगर इंडोनेशिया के इस युवा से मिल लेते तो अपने कथन पर सोचने को मजबूर हो जाते.

इंडोनेशिया के एक 22 वर्षीय युवा की ज़िंदगी महज अपने नाम की वजह से पूरी तरह से बदल चुकी है. अपने अजीबोगरीब नाम की वजह से न केवल उसका चालान कटने से बचा, बल्कि उसे स्थानीय पुलिस स्टेशन में नौकरी भी मिल गई.

दरअसल, पोलिसी नाम के इस युवा को पुलिस ने पकड़ लिया था क्योंकि वह बिना लाइसेंस के गाड़ी चला रहा था. लेकिन जैसे ही ट्रैफ़िक पुलिस को पता चला कि उसका नाम पोलिसी है तो वे काफ़ी हैरान हुए क्योंकि इंडोनेशियन भाषा में पोलिसी का नाम पुलिस होता है.

इंडोनेशिया में कई लोग अपने सरनेम का इस्तेमाल नहीं करते हैं और पोलिसी भी उनमें से एक था. पोलिसी Pasuruan शहर का रहने वाला था और एक गरीब कंस्ट्रक्शन कर्मचारी था, उसने पुलिस को ये भी बताया कि वह अपने परिवार में अकेला कमाने वाला शख़्स है.

पोलिसी और ट्रैफ़िक पुलिस की इस बातचीत का वीडियो वायरल हो गया है. पोलिसी की फ़रियाद पर रहमदिल और संवेदनशील पुलिस वालों ने न केवल उसके जुर्माने को माफ़ किया, बल्कि उसे स्थानीय पुलिस स्टेशन में एक जॉब भी ऑफ़र की. सोमवार से पोलिसी ने अपनी नई नौकरी पर जाना शुरू भी कर दिया है.

पोलिसी अब ड्राइविंग लाइसेंस टेस्ट्स में लोकल पुलिस की मदद करता है. हालांकि वो बहुत नर्वस था क्योंकि उसने अभी तक किसी ऑफ़िस में काम नहीं किया है. ट्रैफ़िक पुलिस यूनिट के हेड एरीका पुत्रा ने पोलिसी को उसकी जॉब के पहले दिन गाइड किया और आज ये लड़का आधिकारिक तौर पर स्थानीय कर्मचारी बन चुका है.

पोलिसी कम से कम अपने घरवालों को तो धन्यवाद दे ही सकता है क्योंकि अंजाने में ही सही लेकिन उनके इस नाम की वजह से ही आज पोलिसी एक बेहतर ज़िंदगी जी पा रहा है.

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