सिर्फ़ एक शब्द में है आपके मूड को बेहतर करने की ताकत, बस आपको इसे ज़िंदगी में जोड़ने की है ज़रूरत

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कहते हैं कि कई बार सिर्फ़ एक शब्द ही आपके दिन को बना या बिगाड़ देता है. अगर ऐसा है, तो हम क्यों नहीं सिर्फ़ उन शब्दों को अपनी ज़िंदगी में शामिल करें, जिनसे हमारा दिन बन सके. इसके लिए हमें ज़्यादा कुछ नहीं, बस छोटी-छोटी बातें ही अपनी लाइफ़ में जोड़नी होंगी और आप खुद इसके अपनी ज़िंदगी में एक अच्छा बदलाव देखेंगे. ये शब्द है ‘Pleasure’ यानी ‘खुशी’. इसके लिए आपको सबसे पहले हर चीज़ में इसे खोजना पड़ेगा. हालात कैसे भी हों, अगर आप खुश रहेंगे, तो हर परेशानी का इलाज आसानी से खोज लेंगे.

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सवाल ये उठता है कि ये होगा कैसे? इसके लिए आपको अपनी लाइफ़ में तीन चीज़ों को जोड़ने की ज़रूरत है और कुछ वक़्त में ही इनके साथ आपको खुशी पाने के लिए कोई और मेहनत करने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी.

खुद के लिए वक़्त निकालें.

कई बार ऐसा होता है कि हम अपने लिए कुछ खाने का ऑर्डर करते हैं, तभी अचानक कोई काम हमें याद आ जाता है. हम वो काम करते-करते अपना खाना खाने लग जाते हैं. हम अपने काम में इस कदर खो जाते हैं कि खाने का ख़त्म हो जाने के बाद भी हमें उसका स्वाद याद नहीं रहता. ये हर किसी के साथ ज़रूर हुआ होगा. हम ये क्यों भूल जाते हैं कि हम अपने पेट की खातिर ही इतनी मेहनत करते हैं और खाना खाते वक़्त भी हमारा ध्यान काम पर ही रहेगा, तो इसका परिणाम काफ़ी बुरा हो सकता है. तो अब जब भी खाना खाएं, खुद को काम से थोड़ी देर के लिए दूर कर लें.

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मोबाइल में कुछ घंटों के अंतराल पर अलार्म लगाएं.

आपको कुछ दिनों तक ये बहुत बुरा लगेगा. लेकिन जैसे ही ये अलार्म बजेगा ये रिमाइंडर की तरह होगा. कई बार आप अपने काम में बिलकुल खोए होंगे और तभी अलार्म बज पड़ेगा. आपकी नज़र चारों तरफ़ घूमेगी और दूसरों को भी अपने अलार्म से इधर-उधर देखने का मौका मिलेगा. आपके ऑफ़िस के किसी दोस्त के साथ आपकी नज़र टकराएगी और आप एक-दूसरे को देख कर मुस्कुराएंगे. सोचिए वो छोटी सी मुस्कान आपको थकान के बावजूद कितनी शक्ति दे सकती है. ये भी बेवजह खुश रहने का नायाब और अचूक तरीका है.

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Senses को अपनी ज़िंदगी के साथ जोड़ें.

अक्सर आप गाने सुनने के लिए अपनी प्ले लिस्ट खोलते हैं और लगातार गानों को बदलते चले जाते हैं, ऐसा इसलिए होता क्योंकि हमारा मन तो गाना सुनने का करता है, लेकिन दिमाग में कुछ और ही चल रहा होता है. ये तो सिर्फ़ एक उदाहरण है. लेकिन ऐसे नहीं न जाने कितने और वाकये हम सब के साथ होते हैं. इससे उबरने के लिए सबसे अच्छा है अपने दिमाग और मन को एक साथ जोड़ना. इससे आप जब भी जो काम करेंगे पूरी एकाग्रता से करेंगे और इसका परिणाम अच्छा होता है.

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इन छोटी-छोटी चीज़ों को अपनी ज़िंदगी में जोड़ कर देखिए. आपको कई बदलाव देखने को मिलेंगे, जो आपके करियर से लेकर निजी ज़िंदगी को भी बेहतर बनाएंगे.

Feature Image Source: Phillymag

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