एक जाने-माने भारतीय लेखक ने कुछ साल पहले कहा था,
‘भारत को मैरी कॉम से ज़्यादा मैरी कॉम के पति की ज़रूरत है.’
देश के हर घर से मैरी कॉम निकल सकती हैं, ज़रूरत है तो सिर्फ़ समर्थन की. सोचिए अगर मैरी कॉम के पति, के.ओनलर कॉम ने उनका समर्थन न किया होता, तो आज वो एक हाउस वाइफ़ ही होतीं, विश्व चैंपियन नहीं.
इसी तरह की एक जोड़ी और भी है.
न्यूज़ीलैंड की प्रधानमंत्री Jacinda Ardern और उनके पार्टनर Clarke Gayford. जी, पार्टनर. ये दोनों शादीशुदा नहीं हैं.
कौन है Jacinda Ardern?
जनवरी 2018 में 37 की उम्र में Jacinda दुनिया की सबसे कम उम्र की महिला प्रधानमंत्री बन गईं. Jacinda उन चुनिंदा विश्व नेताओं में से एक हैं, जो LGBT Rights, महिला सशक्तिकरण, मानसिक रोग और Anxiety से अपने संघर्ष के बारे में खुलकर बात करती हैं.
उन्होंने अपने करियर की शुरुआत पूर्व प्रधानमंत्री Helem Clark के लिए बतौर रिसर्चर का काम करके की. इसके बाद उन्होंने Tony Blair के Policy Adviser के तौर पर भी काम किया.
2008 में वो न्यूज़ीलैंड की List MP बनीं. 10 साल तक इसी पद पर रहने के बाद, फरवरी में उन्हें पहला चुनाव क्षेत्र मिला. मार्च 2017 में वो लेबर पार्ची की डिप्टी लीडर चुनी गईं.
Jacinda ने कई बार पब्लिक प्लेटफ़ॉर्म पर ये भी स्वीकारा है कि उन्हें डर था कि Anxiety की प्रॉब्लम इस रास्ते में बाधा बनेगी, पर उन्होंने कर दिखाया.
जन्म देने से पहले तक संभाला काम
Jacinda पश्चिम की पहली महिला नेता हैं, जिन्होंने ने सत्ता में रहते हुए संतान को जन्म दिया है. इससे पहले 1990 में बेनज़ीर भुट्टो ने भी सत्ता संभालते हुए संतान को जन्म दिया था.
कुछ हफ़्तों पहले Jacinda ने एक बच्ची को जन्म दिया. उन्होंने अपनी बेटी का नाम भी देशवासियों की सलाह से ही रखा.
The Guardian की एक रिपोर्ट के अनुसार, प्रधानमंत्री Jacinda ने ये तय किया था कि जब वो जन्म देने के लिए अस्पताल जाएंगी, तब कार्यभार उप प्रधानमंत्री Winston Peters को सौंपेंगी और उन्होंने ऐसा ही किया.
एक फ़ेसबुक पोस्ट के अनुसार, न्यूज़ीलैंड के बाशिंदों के सुझाए नाम के आधार पर उन्होंने अपनी बच्ची का नाम, Neve Te Aroha रखा, Te Aroha मतलब ‘प्यार’. Jacinda के पार्टनर Clark एक टीवी शो के हॉस्ट हैं. कुछ दिनों बाद जब प्रधानमंत्री Jacinda देश को चलाने के लिए वापस काम पर लौटेंगी, तब Clark घर पर रह कर बच्ची का ध्यान रखेंगे.
Jacinda ने एक नया नियम भी लागू किया, जिसके तहत माता-पिता को 18 के बजाए 22 हफ़्तों की Paid Leave दी जाएगी.
पार्टनर Clark हैं एक मिसाल
Clark जैसा पार्टनर होना आसान नहीं होगा. उनकी भी आलोचना की जाती होगी, लेकिन उन्होंने Jacinda पर यक़ीन बनाए रखा. ये जोड़ी शादीशुदा न होते हुए भी किस तरह से एक-दूसरे का हाथ थामे हैं, ये सभी के लिए एक उदाहरण है.
कई लोगों की ये मानसिकता है कि पत्नी की जगह घर पर और पति की जगह घर से बाहर होती है. अगर पति घर पर रहे और पत्नी बाहर कमाने जाए, तो उसे ‘नल्ला’ कह दिया जाता है.
पति अगर घर और बच्चे संभाले, तो उसे कहीं ‘औरत की कमाई खाने वाला’, तो कहीं ‘जनाना’ भी कह दिया जाता है.
जहां हमारे देश में ऐसे पति हैं, जो पत्नी को समय पर खाना न परोसने के लिए प्रताड़ित करते हैं जो घर का काम सिर्फ़ पत्नी की ही ज़िम्मेदारी मानते हैं, वहीं, के.ओनलर कॉम और Clarke Gayford जैसे साथी भी हैं, जो ख़ुद से पहले अपने हमसफ़र के सपनों को पंख देते हैं.
हमारे देश को ज़रूरत है ऐसे नेताओं की
ऐसा देश, जहां ज़्यादा संख्या युवाओं की हो, वहां उन्हीं युवाओं का राजनीति के प्रति नकारात्मक रवैया रखना निराशाजनक है. राजनीति को युवाओं से बात करने के लिए युवाओं की ही ज़रूरत है ताकी उससे जुड़ा ये भ्रम हटे. और इसकी शुरुआत बड़े नेताओं को करना ज़रूरी है. भारत को भी Jacinda जैसे नेता की ज़रूरत है.