किताबें डोनेट करना चाहते हैं, लेकिन पता नहीं कैसे, तो ये 5 एनजीओ आपकी ये मुश्किल हल कर देंगे

J P Gupta

किताबें यानी ज्ञान का भंडार और ज्ञान बांटने से बढ़ता है, तो क्यों न अपनी पुरानी पुस्तकों को भी दान कर दिया जाए. इससे ग़रीब और पढ़ने के इच्छुक लोगों की मदद भी हो जाएगी और आपको दान करने का पुण्य भी मिल जाएगा. वैसे  किताब डोनेट कर के आप अपने राष्ट्र के निर्माण में भी हाथ बंटा सकते हैं. हमारे देश में बहुत सी ऐसी संस्थाएं और वेबसाइट हैं, जो आपके घर से किताबें ले जाकर दूर-दराज़ के इलाकों में ज़रूरतमंदों तक पहुंचाती हैं. आइए जानते हैं ऐसी ही कुछ संस्थाओं के बारे में…

Mypustak.com

ज़रुरतमंद पाठकों तक पुस्तकें पहुंचाने का काम करती है माई पुस्तक. ये लोगों से पुस्तकें कलेक्ट कर उन्हें ग़रीब लोगों को पढ़ने के लिए फ़्री में उपलब्ध कराती है. अच्छी बात ये है कि ये देश के हर कोने में पुस्तक पहुंचाने का काम करते हैं. यहां पर क्लिक कर आप भी इस नेक काम में हाथ बंटा सकते हैं.

Ememozin Online Rental Library

अपनी पुरीनी किताबें डोनेट कर दूसरों का भविष्य संवारने का मौका देती है ये वेबसाइट. इसने कई समाज सेवी संस्थाओं से टाइअप कर रखा है, जो ग़रीब बच्चों के पढ़ने के लिए मुफ़्त में शिक्षण सामग्री मुहैया कराती है. इन्हें अपनी बुक्स डोनेट करने के लिए आपको ये फॉर्म भरना होगा. इसके बाद ये ख़ुद आकर आपके घर से किताबें लेकर जाएंगे.

उदय फ़ाउंडेशन

दिल्ली का ये एनजीओ भी लोगों तक फ़्री में पुस्तकें पहुंचाने का काम करता है लेकिन आपको अपनी पुरानी किताबें इनके ऑफ़िस में पहुंचानी होंगी.

Friends of Books

ये संस्था भी दिल्ली-एनसीआर में कहीं से भी किताबें दान करने वालों के घर जाकर बुक्स लेकर आती है. लेकिन ये किताबों की कंडिशन को लेकर थोड़ा ज़्यादा स्ट्रिक्ट हैं. इनसे आप यहां कॉन्टेक्ट कर सकते हैं.

गूंज

दिल्ली के सरिता विहार में है ये एनजीओ. ये ग़रीब लोगों तक पुराने कपड़े और ऐसी ही दूसरी ज़रूरी चीज़ें पहुंचाने का काम करती है. इन्हें भी आप अपनी ओल्ड बुक्स डोनेट कर सकते हैं. इन्हें आप यहां संपर्क कर सकते हैं.

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