मिलिए Maral Yazarloo से, वो महिला जिसने गर्भावस्था में बाइक से पूरी दुनिया का चक्कर लगाया

Sanchita Pathak

ज़िन्दगी में कुछ कर दिखाने के लिए किसी भी इंसान के हौसले बुलंद होने चाहिए. हौसले बुलंद हों तो कोई भी राह आसान हो जाती है. 


बुलंद हौसले किसी इंसान को किस मकाम तक ले जा सकते हैं इसका जीता-जागता उदाहरण हैं, Maral Yazarloo. ईरान में जन्मी और भारत में रह रहीं Maral ने दुनिया को दिखा दिया कि बुलंद इरादे किसी भी इंसान को अपने सपने पूरे करने की हिम्मत दे देते हैं. 

Maral एक रिअल एस्टेट कंपनी की वाइस प्रेसिडेंट हैं और उनके नाम पर एक डिज़ाइनर लेबल भी है. अपने करियर की बुलंदियों पर पहुंची Maral को ये एहसास हुआ कि उनकी ज़िन्दगी में कुछ कमी है. 

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मोटरसाइकिल चलाना उनका पैशन था, Maral ने अपनी BMW GS F650 उठाई और दुनिया घूमने निकल पड़ीं. Maral ने अपने 110,000 किलोमीटर की सोलो ट्रिप प्लैन कर ली थी पर तभी उन्हें पता चला कि वो गर्भवती हैं.


अपने मां बनने की अवस्था को Maral ने अपने सपनों के बीच आने नहीं दिया. अपने पैशन कि वजह से Maral दुनिया की इकलौती महिला बनीं जिसने गर्भावस्था में बाइक से दुनिया घूमी. हमारे समाज में बाइकिंग को ‘मर्दों का काम’ समझा जाता है और Maral ने ये साबित किया कि बाइकिंग मर्दों का नहीं, इंसानों का काम है.

Fast Bikes India

Maral दुनिया की उन तीन महिलाओं में से हैं जिन्होंने बाइक पर 7 महाद्वीप का चक्कर लगाया है. Maral के बॉयफ़्रेंड ने सफ़र के बीच में उनके सामने शादी का प्रस्ताव रखा, दोनों ने Machu Picchu में शादी की. Maral ने 18 महीने ट्रैवल करते हुए बिताये, जिसमें से वो 6.5 महीने गर्भवती थीं. 

जब आप मां बनने वाले होते हैं तो एक बहुत ज़्यादा ज़रूरी चीज़ है जिसके बारे में हमारा समाज अक्सर भूल जाता है. वो हमसे हमेशा कहते रहते हैं, ‘चलना फिरना कम करो’, ‘भारी सामान मत उठाओ’, ‘सावधान रहो, कहीं कुछ हो न जाये’. हमें हमेशा सावधान रहने की हिदायत दी जाती है. पर जब मैं राइड पर थी, तब मैं एक 800cc मोटरबाइक पर थी, तेज़ रफ़्तार, कच्चे रास्ते, अलग-अलग जगह, टेन्ट में सोना, जो मिले वो बनाना. और आज जब मैं अपनी बेटी Nafaas को देखती हूं मुझे ये महसूस होता है कि गर्भावस्था में सबसे ज़रूरी है ख़ुश रहना. और मैं दुनिया की सबसे ख़ुशहाल मां में से एक थी. 

-Maral Yazarloo

Global Women Who Ride

Maral ने अपना अनुभव शेयर करते हुए बताया कि उनके उस एक निर्णय ने उनके अंदर कई सकारात्मक बदलाव लाए. Maral का ये कहना है कि वो आज जो भी हैं वो उस अनुभव की बदौलत हैं. उस अनुभव ने उन्हें मानसिक स्तर पर और दृढ़ बना दिया है. 

ये साबित हो गया कि अगर मैं चाहूं तो कुछ भी कर सकती हूं. 

-Maral Yazarloo

Maral से जब उनके स्वास्थ्य के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि वो राइड एनजॉय करने में, रास्ते प्लैन करने में व्यस्त थीं, बीमार पड़ने का टाइम ही नहीं था!


Maral एक ऐसी जगह से आती हैं जहां महिलाओं को बाइक चलाने का लाइसेंस नहीं दिया जाता. Maral हमेशा से बदलाव लाना चाहती थी और उन्होंने वो कर दिखाया.  

मैं ईरान की पहली महिला बाइकर हूं जिसने वर्ल्ड ट्रैवल किया. मैंने ईरान में ऐंट्री के लिए परमिशन ली और अधिकारियों से नियमों को बदलने की दरख़ास्त की. ये आसान नहीं था पर मैंने बदलाव लाने का दृढ़ निश्चय कर लिया है. 

-Maral Yazarloo

Maral के लिए खाना ढूंढना भी आसान नहीं था. गर्भावस्था में आपके खाने की आदतें बदल जाती हैं, आप कई शारीरिक और मानसिक बदलावों से गुज़रते हैं. Maral भी सबकुछ नहीं खा पा रही थीं और वो कच्चे फल और सब्ज़ियों नहीं खा रही थीं क्योंकि उन्हें सही से साफ़ करने की सुविधा नहीं थी. वो सबकुछ पका हुआ खा रही थीं. अफ़्रीका में रास्ते पर खाना ढूंढना आसान नहीं था. उन्हें उबले अंडे और Avocado पर गुज़ारा करना पड़ा. 

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Maral की बेटी अब 18 महीने की है और उसे बाइक की आवाज़ बेहद पसंद है.


Maral ने लड़कियों से जुड़े कई Stereotypes को तोड़ा, उन्होंने अपने सपनों को सबसे पहले रखा. बाक़ी चीज़ों का ध्यान रखते हुए उन्होंने अपने सपने पूरे किये. Maral हम सबके लिए प्रेरणा हैं.  

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