मुस्कुराने का मतलब है ख़ुशी का एहसास और उसकी अभिव्यक्ति. दुनिया में आते ही एक बच्चा बिना किसी के सिखाए अपनेआप मुस्कुराना सीख लेता है. मुस्कुराते चेहरों को देखने से दिल को अच्छा-सा महसूस होता है. अगर कोई हमसे मुस्कुरा कर बात नहीं करता, तो हमें ये लगता है कि शायद वो हमसे नाराज़ है या हमसे बात नहीं करना चाहता. लेकिन कुछ देश ऐसे भी हैं, जहां मुस्कुराना बुरा माना जाता है या मुस्कुराने में कंजूसी करना अच्छा माना जाता है. आज हम आपको बताएंगे कि अलग-अलग देशों में मुस्कुराने के क्या-क्या मतलब निकाले जाते हैं.
अजनबियों को देख कर ख़ूब मुस्कुराता है अमेरिका
अमेरिका में मुस्कान का मतलब दोस्ती और ख़ुशी के भाव व्यक्त करना है. अमेरिकन जान-पहचान के लोगों के साथ ही नहीं, बल्कि अजनबियों को देख कर भी खुल कर मुस्कुराते हैं. मुस्कुराने के मामले में अमेरिका अव्वल नम्बर पर है.
रूस में ज़्यादा मुस्कुराए, तो फंस जाएंगे
रशियन तब तक नहीं मुस्कुराते, जब तक मुस्कुराने की कोई ठोस वजह न हो. इतना ही नहीं, अगर आप रूस में ज़्यादा देर तक मुस्कुराएंगे, तो आपको संदेह की नज़रों से देखा जाएगा. यहां मुस्कुराने का मतलब है प्रशंसा या फिर यहां लोग सिर्फ़ अपनों और ख़ास लोगों को देख कर मुस्कुराते हैं. अजनबियों को देख कर मुस्कुराना रूस की संस्कृति में ख़राब माना जाता है.
नकली मुस्कुराहट तुरन्त पहचान लेते हैं जापान के लोग
जापानी मुस्कुराने में बहुत कंजूसी करते हैं. वो अपनी ख़ुशी का इज़हार होंठों से ज़्यादा आंखों के झपकने के तरीके से करते हैं. दरअसल जापान के लोग अपनी भावनाओं को जल्दी ज़ाहिर नहीं करना चाहते, इसलिए हर किसी के सामने नहीं मुस्कुराते. इसी वजह से वो नकली मुस्कराहट की पहचान भी तुरन्त कर लेते हैं.
मुस्कान के बदले मुस्कान नहीं मिलेगी जर्मनी में
अगर आप किसी जर्मन व्यक्ति को देख कर मुस्कुराएंगे, तो शायद ही आपको बदले में मुस्कान मिले. अपनी भावनाएं व्यक्त करने के मामले में जर्मन बहुत Conservative होते हैं.
स्विटज़रलैंड में मुस्कान का मतलब है आदर
दुनिया के सबसे खुश नागरिकों वाले देशों में से एक होने के बावजूद स्विटज़रलैंड के लोग बहुत कम मुस्कुराते हैं. आंतरिक मनोभावों को व्यक्त करने की जगह मुस्कान यहां किसी के प्रति आदर दिखाने का तरीका माना जाता है.
दिल खोल कर मुस्कुराते हैं थाईलैंड के लोग
अमेरिका की तरह थाईलैंड का दिल भी मुस्कुराने के मामले में बहुत बड़ा है. यहां के लोग अलग-अलग मनोभावों को अलग-अलग तरह से मुस्कुरा कर व्यक्त करने में कंजूसी नहीं करते. यहां मुस्कुराहट, दोस्ती और खुशी का प्रतीक है. इसके अलावा शर्मिन्दा होने और डर लगने पर भी मुस्कुराना यहां की संस्कृति में शामिल है.
हंसता मुस्कुराता रहता है अपना भारत
अपने भारत की तो बात ही अलग है. यहां के लोगों का दिल भी बड़ा है और कठिन से कठिन परिस्थिति में मुस्कुराने की हिम्मत भी बहुत है. यहां भी लोग ख़ूब मुस्कुराते हैं. अज़नबियों को देख मुस्कुराने की संस्कृति भारत में भले ही बहुत ज़्यादा न हो, लेकिन कोई मुस्कुरा दे, तो बुरा नहीं माना जाता, बल्कि उसे मुस्कान के बदले मुस्कान दी जाती है