हौसला हो तो ऐसा, पोलियो ग्रस्त होने के बावजूद दिल्ली का ये डॉक्टर सीख रहा है ज़ुम्बा

Akanksha Tiwari

अगर दिल में कुछ सीखने की आग हो, तो वहां बहानों के लिए कोई जगह नहीं होती. मिलिए दिल्ली के डॉक्टर शिव मिश्रा से, जो पोलिओ से ग्रसित होने के बावजूद ज़ुम्बा क्लब में सेन्सेशन बने हुए हैं. वहीं ज़ुम्बा इंस्ट्रक्टर अष्मिता नायर ने डॉक्टर की इस प्रेरणादायक कहानी को फ़ेसबुक पर भी शेयर किया है. Calliper के सहारे ज़िंदगी बिताने वाले डॉ. शिव ने फ़िटनेस और मनोरंजन के तौर पर ज़ुम्बा का चुनाव किया.

News18 से बातचीत के दौरान इंस्ट्रक्टर अष्मिता ने बताया कि, ‘ज़ुम्बा के प्रति डॉक्टर के पैशन को देख कर वो हौरान थी. उन्होंने कहा कि जब मैंने डॉक्टर मिश्रा को देखा, तो मुझे काफ़ी आश्चर्य हुआ. इस दौरान मुझे अहसास तक नहीं हुआ कि वो शारीरिक रूप से ज़ुम्बा के लिए अक्षम हैं. मुझे ख़ुशी है कि वो अपने कृत्रिम पैरों से ज़ुम्बा सीख रहे हैं और उन्होंन किसी भी स्टेप को लेकर हार नहीं मानी.’

वो आगे कहती हैं कि क्लास के अन्य छात्र कई कठिन स्टेप्स करके थक जाते हैं या फिर उसे लेकर हार मान लेते हैं. इनमें से कुछ, तो ऐसे भी होते हैं जो बीच-बीच में फ़ोन यूज़ करने लगते हैं और ये सब मेरे लिए काफ़ी इरिटेटिंग होता है. वहीं डॉक्टर शिव के साथ ऐसा बिल्कुल नहीं है, मैंने उन्हें जितने भी चैलेंज दिए उन्होंने समय पर ख़त्म किये.

वहीं इस मामले में ज़ुम्बा सीख रहे मिश्रा का कहना है, ‘बचपन से ही उन्हें गायन और नृत्य का शौक था. मुझे हमेशा नॉर्मल ट्रीट करने का श्रेय मेरी फ़ैमिली को जाता है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ‘आपको जीवन में जु़नून रखने की ज़रूरत है. ये आपको अपने आस-पास की नकारात्मकता से दूर रखने में मदद करता है. सही भावना के साथ, आप मानसिक शांति प्राप्त कर सकते हैं.’

नेटवर्क18 को दिए इंटरव्यू में डॉक्टर मिश्रा ने बताया कि भगवान की कृपा से मेरे परिवार ने मुझे हमेशा नॉर्मल फ़ील कराया. हमें माता-पिता को ये बताने की ज़रूरत है कि वो अपने बच्चों को आत्मनिर्भर बनायें.

Nehru Homoeopathic Medical College में लेक्चरार की पोस्ट पर कार्यरत डॉक्टर ने हाल ही में अपने ज़ुम्बा प्रशिक्षक के साथ रणबीर सिंह के गाने मालारी पर डांस करते हुए सोशल मीडिया पर एक वीडियो क्लिप भी शेयर की है और लिखा कि ‘डियर फ़्रेंड्स मैं एक डॉक्टर हूं और Poliomyelitis का रोगी भी, लेकिन मैंने कभी अपने आपको अक्षम महसूस नहीं किया. मुझे पता है कि मैं एक परफ़ेक्ट डांसर नहीं हूं, लेकिन अगले जन्म एक अच्छा डांसर बनना चाहता हूं.’

सच में जब तक आप ख़ुद को कमज़ोर साबित नहीं होने देते, दुनिया की कोई भी ताकत आपको थोड़ नहीं सकती.

Source : News18

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