‘मां’
ये शब्द अपने आप में बहुत कुछ बयां करता है. एक मां ही तो होती है, जो हमारी लाख कमियां जानने के बाद भी हमसे बेइंतिहां मोहब्बत करती है. सच में दुनिया में अगर कुछ अनमोल है, तो वो है मां का प्यार.
ये हैं Natalie Weaver इनकी बेटी का नाम Sophia है. हर मां की तरह Natalie भी अपनी बेटी से बहुत प्यार करती हैं. फ़र्क सिर्फ़ इतना है कि Sophia दुनिया के बाकी बच्चों से थोड़ी अलग है. यानि, वो शारीरिक और मानसिक रूप से दिव्यांग है. ऐसे में Sophia की देखभाल करना Natalie के लिए बिल्कुल भी आसान काम नहीं था, लेकिन तमाम कठिनाईयों के बावजूद इस मां ने अपनी बेटी के पालन-पोषण में कोई कमी नहीं रखी.
अपनी बेटी के बारे में बात करते हुए Natalie ने सोशल मीडिया पर बहुत सारी बातें शेयर की. इस दौरान उन्होंने Sophia की पसंद, नापसंद साझा करते हुए, लोगों को बताया कि कैसे उनकी फ़ैमली परफ़ेक्ट है.
People w/ facial deformities experience a lot of cruelty.
The Hate & Stares I received when Sophia was a baby were painful & made me hide away for 7yrs. I decided over a year ago to stand up & fight against this! I will not be silenced by hate! Thank you for supporting us! pic.twitter.com/oJr2FgUGAL— Natalie Weaver (@Nataliew1020) January 21, 2018
ट्विटर पर मामता भरी कुछ तस्वीरें साझा करते हुए Natalie ने लोगों को समझाया कि दिव्यांग बच्चे भी आम इंसानो की तरह की ज़िंदगी का मज़ा ले सकते हैं. बस इसके लिए आपको नज़रिया बदलने की ज़रूरत है. Natalie का कहना है कि जब भी मैं Sophia को परेशान करती हूं, तो वो आम Teenager की तरह मुझे घूरती है. साथ ही वो अपने थेरेपिस्ट और शिक्षक के साथ काफ़ी मज़ाक भी करती है.
Natalie का मानना है कि Sophia के जन्म के बाद उन्हें ज़िंदगी को देखने का एक नया दृष्टिकोण मिला. मां होने के नाते ये उनके लिए काफ़ी अलग अनुभव था. शारीरिक रूप से सामान्य न होने के कारण ऐसे में बच्चों को हमारे प्यार और देखभाल की ज़्यादा ज़रूरत होती है. बच्चों के साथ ज़्यादा से ज़्यादा वक़्त गुज़ारें उन्हें अच्छा लगेगा.
सोशल मीडिया पर मां-बेटी की प्यार भरी ये कहानी लोगों को काफ़ी पसंद आ रही है. साथ ही लोग Natalie के इस कदम की काफ़ी सराहना भी कर रहे हैं.
वाकई मां का प्यार अनमोल होता है. बच्चे भले ही बीमार मां-बाप से परेशान हो जाएं, लेकिन तमाम तकलीफ़ें झेलने के बाद भी माता-पिता अपने बच्चों पर सिर्फ़ और सिर्फ़ प्यार लुटाना जानते हैं.