मेरे पार्टनर ने मुझसे शेयर कीं वो 10 छोटी-छोटी चीज़ें, जो रिश्ते में उसके लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं

Ishi Kanodiya

मेरे पार्टनर बेहद ही संवेदनशील है. उसकी ज़िंदगी में महिलाओं का ख़ासा प्रभाव है जिस कारण वो महिलाओं को बहुत सम्मान करता है.

वो अपनी भावनाएं ख़ुल कर मुझसे व्यक्त करता है, रोने का मन करता है तो रोता भी है, बहुत केयरिंग है और मेरी बातें सुनता है. महिलाओं से जुड़े मुद्दे उसे ख़ासा परेशान कर देते हैं.

एक दिन हम दोनों घर की बालकनी में बैठे ऐसे ही बातें कर रहे थे. तभी मैंने एकदम से उससे पूछ लिया कि वो क्या-क्या चीज़ें हैं जो तुम अपने पार्टनर से एक्सपेक्ट करते हो.

हालांकि मुझे और उसको साथ रहे काफ़ी समय बीत चुका है मगर फिर भी मैं सुनना चाहती थी. जानना चाहती थी. आख़िरकार, अपने पार्टनर को जितना जानो उतना कम है.

ख़ैर, मैं बताती हूं आपको कि उसने मुझे क्या- क्या बताया:

1. मुझे अपने पार्टनर पर गर्व है. तो मैं चाहता हूं कि उसे भी मेरे व्यक्तित्व पर उतना ही गर्व महसूस हो. जब वो मेरे बारे में किसी से बात करे तो उसकी आंखों में मेरे लिए चमक होनी चाहिए. 

2. ऐसा व्यक्ति जो मुझे इमोशनली समझे क्योंकि मैं पर्सनली बेहद इमोशनल हूं. 

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3. अगर कोई बात हो तो वो मुझे ख़ुल कर बताए कि क्या दिक़्क़त है. 

4. मुझे भी चाहिए कि वो मेरी केयर करे. मैं भी चाहता हूं कि वो भी मेरे लिए बिना कहे छोटी-छोटी चीज़ें करे. 

5. मैं लड़का हूं तो इसका मतलब ये नहीं कि मैं हर्ट नहीं होता हूं. मेरा भी दिल है जो बाक़ी लोगों की तरह ही काम करता है. तो मैं चाहूंगा कि वो मेरे लिए अवेलेबल हो. 

6. लड़ाइयां हर रिश्ते में होती हैं मगर इसका मतलब ये नहीं कि चीज़ें ख़राब होते ही हम उन्हें छोड़ दें. मुझे कोई ऐसा चाहिए जो आसानी से रिश्ते में गिव अप न करें क्योंकि मैं उस पर गिव अप नहीं करने वाला.   

7. कोई ऐसा जो समझे कि हम लड़कों पर भी प्रेशर होता है. और जब मैं इन सब से थक जाऊं तो मुझ पर सवाल करने की जगह मेरा सहारा बने. 

8. जो ये समझता हो कि मैं कोई परफ़ेक्ट नहीं हूं और मुझे मेरी ख़ामियों के लिए भी प्यार करे.

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9. वो मेरा और मैं उसका सपोर्ट सिस्टम बनूं. हम दोनों एक-दूसरे को आगे बढ़ने में मदद करें. ये सपोर्ट सिस्टम ऐसा हो जो हमारे बुरे वक़्त को कम और हमारे अच्छे वक़्त को दोगुना कर दें. हम दोनों हमेशा एक दूसरे के लिए बेहतर इंसान बनने की कोशिश करें.         

10. कोई ऐसा जो ये न समझे कि क्योंकि मैं खाना बनाता हूं, कपड़े धुलता हूं या घर का सारा काम करता हूं तो मैं अलग हूं या महान हूं. मेरे लिए ये सब नॉर्मल है और वो भी इसे ऐसे ही अपनाए. क्योंकि ज़िम्मेदारियां बाटना या काम करना सबको आना चाहिए.  

उसने बोला कि बाकी लड़कों का तो मुझे पता नहीं मगर हां मैं एक ऐसा लड़का हूं जिसे चाहिए कि मेरा पार्टनर मुझमे इमोशनली, फिज़िकली, फाइनेंशली उतना ही इनवेस्टेड हो जितना मैं हूं. 

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