हर महीने पूर्णिमा की रात में ताजमहल का दीदार करते हैं कई पर्यटक, कम लोगों को इस बारे में पता है

Kundan Kumar

चांदनी रात और ताजमहल. दोनों पृथक रूप में भी बहुत ख़ूबसूरत हैं लेकिन जब इनका संगम हो जाता है, तो उस नज़ारे को परिभाषित करने लायक शब्द नहीं गढ़े गए हैं. उसे बस Experience किया जा सकता है.

आप कहेंगे ऐसा होगा कैसै, चांदनी रात में ताजमहल का दीदार कैसे संभव है? ताजमहल का प्रवेश द्वार रात के समय बंद हो जाता है, लेकिन ऐसा है नहीं.

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जहां से सारे दरवाज़े बंद होते हैं, वहीं से ये आर्टिकल शुरू होता है.

इतने ख़ूबसूरत नज़ारों से लोगों को दूर रखना बड़ी ज़्यादती होती. ताज महल का दीदार रात में भी हो सकता है. इसकी परमिशन 2004 में सुप्रीम कोर्ट ने दे दी थी.

पूर्णिमा और ताजमहल

ऐसा नहीं है कि आप किसी भी रात में ताजमहल देखने जा सकते हैं, इसकी कुछ शर्तें हैं. ताजमहल का रात्रि दर्शन महीने में मात्र पांच दिन के लिए होता है. पूर्णिमा की रात, उसके दो दिन पहले और दो दिन बाद. शुक्रवार और रमज़ान के महीने में रात्रि दर्शन नहीं होता.

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रात में ताजमहल देखने की चाहत रखने वालों को थोड़ी मेहनत करनी पड़ती है. क्योंकि रात साढ़े आठ बजे से साढ़े बारह के बीच 50 लोगों के 8 ग्रुप्स को ही भीतर जाने की अनुमति मिलती है. हर ग्रुप आधे घंटे के लिए ताजमहल के परिसर में रह सकता है. इस दौरान दर्शक किसी प्रकार का कैमरा नहीं ले जा सकते.

टिकट

रात्रि दर्शन के लिए टिकट एक दिन पहले सुबह दस बजे से शाम छ: बजे लेना पड़ता है. ये भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण, आगरा मंडल, 22 माल रोड, आगरा, उत्तर प्रदेश की टिकट खिड़की से ही लिया जा सकता है. बड़ों के लिए एक टिकट का 510 रुपये और तीन से पंद्रह साल के बच्चों के लिए टिकट की क़ीमत 500 रुपये होगी.

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साल भर में हर महीने रात्रि दर्शन कब होगा इसकी लिस्ट बन कर वेबसाइट पर लगी रहती है ताकि आप आराम से प्लैन कर सकें.

आप इस वेबसाइट पर सारी जानकारी ले सकते हैं- Tajmahal

जानकारी हमने दे दी है, आप प्लान बनाओ.

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