1950 में भारतीय टीम के फ़ुटबॉल वर्ल्ड कप न खेलने की वजह ‘जूते पहन कर मैच न खेलना’ नहीं, बल्कि ये थी

Maahi

भारतीय फ़ुटबॉल आज किन हालातों में है इसका अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि ख़ुद भारतीय फ़ुटबॉल कप्तान को दर्शकों से मैच देखने आने की अपील करनी पड़ रही है. ‘ऑल इंडिया फ़ुटबॉल फ़ेडरेशन’ की कार्य प्रणाली पर सवाल आज भी उठ रहे हैं और सवाल 1950 में भी उठे थे जब भारतीय फ़ुटबॉल खिलाड़ियों ने वर्ल्डकप खेलने से इंकार कर दिया था. लेकिन उस वक़्त वर्ल्डकप नहीं खेलने के पीछे ये कारण दिया गया था कि भारतीय खिलाड़ी जूते पहनकर नहीं खेलना चाहते हैं. क्या ये सच है? नंगे पांव भला कौन फ़ुटबॉल खेल सकता है?

इस बात में कितनी सच्चाई है आज हम आपको यही बताने वाले हैं.

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आज़ादी के बाद भारत ने पहली बार 1948 लन्दन ओलिंपिक में हिस्सा लिया था. इस ओलिंपिक में भारत की ओर से कुल 79 एथलीट्स लन्दन गए थे, लेकिन अजीब बात ये थी कि इनमें कोई भी महिला खिलाड़ी नहीं थी. इस दौरान भारतीय खिलाड़ियों ने 39 खेलों में भाग लिया. लेकिन भारत को एकमात्र मेडल (गोल्ड) हॉकी में जीता था. लेकिन सबसे चौंकाने बात ये थी कि अधिकतर भारतीय खिलाड़ियों ने पूरे टूर्नामेंट के दौरान नंगे पांव ही खेला, जिसे देखकर हर कोई हैरान था.

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जबकि FIFA ने 1950 फ़ुटबॉल वर्ल्डकप में भाग लेनी वाली सभी टीमों से साफ़ तौर पर कह दिया था कि उनका कोई भी खिलाड़ी नंगे पांव नहीं खेलेगा. बस फिर क्या था लोगों ने इसी बात को भारतीय टीम का वर्ल्डकप में हिस्सा न लेने का मुद्दा बना दिया. लेकिन इसके पीछे की सच्चाई कुछ और ही है.

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India’s Sports Illustrated Magazine के मुताबिक, ऑल इंडिया फ़ुटबॉल फ़ेडरेशन ने वर्ल्डकप के लिए जो टीम चुनी थी उसको लेकर आपसी मतभेद हो रहे थे और खिलाड़ियों को भी प्रैक्टिस का अधिक समय नहीं मिल पाया था.

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1950 फ़ुटबॉल वर्ल्डकप में होना था और भारत को ब्राज़ील जाने के लिए बर्मा से फ़्लाइट पकड़नी होती थी. जबकि उस वक़्त ये सवाल भी उठे थे कि भारत के पास इस ट्रिप के लिए पैसे भी नहीं हैं, पर ये ख़बर भी झूठी निकली. ऑर्गनाइज़र ने इस ट्रिप का सारा ख़र्चा उठाने की ज़िम्मेदारी भी ले ली थी. बावजूद इसके भारतीय टीम ने ब्राज़ील जाने से इंकार कर दिया.

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लेकिन इस टूर्नामेंट में भारत की अगुवाई करने वाले सैलेन मन्ना ने बताया कि ‘भारतीय टीम इसलिए भी वर्ल्डकप में भाग लेना नहीं चाहती थी क्योंकि ऑल इंडिया फ़ुटबॉल फ़ेडरेशन ओलंपिक की तरह फ़ुटबॉल वर्ल्डकप को गंभीरता से नहीं ले रहा था.

जूते नहीं पहनेंगे तभी वर्ल्डकप खेलने जायेंगे ब्राज़ील. 1950 से आज तक इसी बात की चर्चा होती है कि क्या भारतीय टीम ने सचमुच में इसी वजह से ब्राज़ील जाने से इंकार कर दिया था? लेकिन इस बात में रत्तीभर की भी सचाई नहीं है. दरअसल भारतीय टीम कम प्रैक्टिस, ग़लत टीम सिलेक्शन और AIFF के फ़ुटबॉल वर्ल्डकप को गंभीरता से न लेने के कारण ब्राज़ील नहीं गयी थी.

Source: indiatimes

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