काश! कोई हमें हमारे 90’s के दिन वापस लौटा दे. बरसात के पानी में कागज़ की नाव बना कर डालना, कैसेट की रील को पेन से ठीक करना, यार सच में बचपन की वो सुनहरी दिन बहुत याद आते हैं. वहीं आजकल की जनरेशन को देखने के बाद लगता है, यार इनके और हमारे समय में कितना फ़र्क है. कपड़े पहनने से लेकर, वीडियो गेम तक सब कुछ पूरी तरह से बदल चुका है, लेकिन एक बात बोलूं ज़माना चाहे कितना ही क्यों न बदल जाए 90’s का दौर बेस्ट था.
इन 31 तस्वीरों को देख कर अपना बचपन की यादें ताज़ा न हो जाएं, तो कहना :
1. कैसेट के अंदर मिलने वाले पेपर से गाने के Lyrics पढ़ना और गाना बजने पर उन्हें गुनगुनना.
2. स्मार्टफ़ोन से पहले भी एक ज़िंदगी थी.
3. ऐसे होते थे हमारे कपड़े.
4. सीडी में लिखे जाने वाले गाने.
5. रिसर्च के लिए लाइब्रेरी जाना.
6. फ़ाइल डाउनलोड करने के लिए घंटों इंतज़ार करना.
7. VCR में मूवी देखना.
8. ख़त के ज़रिए बयां करते थे अपनी भावनाएं.
9. World Art के लिए कई Choices होना.
10. सीडी कवर में सीडी को संभाल कर रखना.
11. MTv पर म्यूज़िक सुनना.
12. पेंसिल का निप खोने पर परेशान हो जाना.
13. पार्क में झूले से फिसलना.
14. लैंडलाइन से दोस्तों को फ़ोन करना और घंटों बात करना.
15. बॉटम जींस पहन कर टशन दिखाना.
16. नोकिया-1110 में भी ख़ुश रहना.
17. स्टिकर का कलेक्शन रखना.
18. डेक पर गाने बजा कर डीजे बनना.
19. कॉमिक्स के साथ बबल गम मिलना.
20. पेसिंल में लगी कलर रबर को सूंघना.
21. बिना रिमोट वाला टीवी.
22. टेलीफ़ोन का तार सुलझाना.
23. बोतल कैप के अंदर विनिंग प्राइज़ जानने की एक्साइटमेंट.
24. मैप के ज़रिये रास्ता पता करना.
25. Crayons color से ड्रॉइंग करना.
26. बची हुई पेंसिल को पेन कैप में लगा कर यूज़ करना.
27. डे-नाइट गेम में गुम हो जाना.
28. मारियो गेम का मज़ा लेना.
29. अपने क्रश के बारे में जानने की चाह रखना.
30. ये टॉफ़ियां तो टेस्ट की होंगी?
31. रंग-बिरंगे बैंड्स बांधने का क्रेज़.
अगर आप भी 90’s की पैदाइश हैं, तो ये चीज़ें ज़रूर याद होंगी. फ़िलहाल अब वो वक़्त, तो वापस नहीं आ सकता, लेकिन हां इन तस्वीरों के ज़रिए उन यादों को दोबारा जिया ज़रूर जा सकता है!