दोस्त… ये शब्द कम, दुनिया ज़्यादा है. बचपन के खेल हों या शरारतें या फिर जवानी की रंगबाज़ी इनके बिना सब अधूरी. बड़े राज़दार होते हैं ये, हर ख़ुराफ़ात के हिस्सेदार होते हैं ये. पिता से गरियाए गए हों, या प्रेमिका से दुत्कारे गए, कोई सड़क पर पटक के मारा हो या फिर चाहें कोई बवाल हो, ये प्रजाति हमेशा साथ रहती है. मानो क़सम खाए हों कि भाई तेरी ज़िंदगी के हर कांड में हम अपना सिग्नेचर मारेंगे.
दोस्त इसलिए भी ख़ास होते हैं क्योंकि इन्हें मां-बाप हमें खुश करने के लिए बाज़ार से ख़रीद के नहीं देते, ये रिश्ता हम ख़ुद बनाते हैं. लड़ते-झगड़ते साथ रहना सीख जाते हैं.
दिलचस्प बात ये है कि दोस्ती का रिश्ता महज़ हम इंसानों तक सीमित नहीं है. जी हां, हर वो जीव जिसमें भावनाएं हैं, उनमें ये रिश्ता बन जाता है. जानवर भी अपने दोस्त की खुशी में खुश और उसके दुख में दुखी महसूस करते हैं. जानवरों की ये 12 क्यूट तस्वीरें इस बात की गवाही हैं.
1- अले मेरी बतख़ वाली टोपी
2- अब देख अपुन कैसे जंप मारेगा
3- देख मेरी सूंड तेरी वाली से मोटी है बाबा
4- कुची-कुची, गुदगुदी
5- अबे देख आगे पानी कुछ जास्ती ही गहरा लग रेला है
6- अमा कित्ता फांद-फूंद के लाया है तेरे लिए, एक बाइट तो ले
7- हे हे… अभी कित्ता छोटा है रे तू
8- बिड़ू देख अपुन कैसा तेरे ऊपर से मक्ख़न माफ़िक निकल गया
9- मेरे अंडे में ये दो गुंडे कहां से आ गए
10- बस कर छोटे और कितना चाटेगा
11- दिल चाहता है, हम न रहें कभी यारों के बिन
12- तू आज यहीं सोने वाला है?